आवाज़ ए हिमाचल
12 अप्रैल। राज्य के सरकारी स्कूलों में कक्षा पहली से नौवीं और 11वीं के ऐसे छात्र जिनके 33 फीसद से कम अंक हैं, उनकी दोबारा परीक्षा होगी। इसके अलावा ऐसे छात्र जो कोविड पॉजिटिव होने या किन्हीं अन्य कारणों से परीक्षा नहीं दे पाए थे उनकी परीक्षा भी दोबारा ली जाएगी। इसके लिए विभागीय स्तर पर प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को इस संबंध में सर्कुलर भेजा है। इसमें पूछा गया है कि कितने ऐसे छात्र हैं, जिनके 33 फीसद से कम अंक आए थे। छात्रों का रिकाॅर्ड आने के बाद इसकी डेटशीट तैयार की जाएगी। मई महीने में यह परीक्षा करवाई जा सकती है।
सरकार ने गैर बोर्ड कक्षाओं के सभी बच्चों को प्रमोट करने का निर्णय लिया था। सरकार ने यह निर्णय 30 मार्च को लिया, जबकि स्कूलों में पेपरों का मूल्यांकन हो चुका था और विषयवार रिपोर्ट कार्ड भी तैयार किए जा चुके थे। इसमें सामने आया था कि सालभर ऑनलाइन माध्यम से छात्रों की पढ़ाई हुई है। ऐसे में कई छात्र ऐसे हैं जिनके 33 फीसद से कम अंक आए हैं। उन्हें अगली कक्षा में प्रमोट तो कर दिया लेकिन उनकी यह खामियां अगली कक्षा में उनके लिए ही परेशानी बन सकती हैं। इसके लिए विभाग ने ऐसे छात्रों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं लगा कर दोबारा से परीक्षाएं करवाने के निर्देश दिए थे।
एसएसए के माध्यम से ऐसे छात्रों की पढ़ाई शुरू हो चुकी है। संयुक्त निदेशक प्रारंभिक शिक्षा हितेश आजाद ने कहा स्कूलों से रिकाॅर्ड मांगा गया है। रिकाॅर्ड आने के बाद डेटशीट नए सिरे से तय की जाएगी। कक्षा पहली से आठवीं तक का रिकाॅर्ड प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने मंगवाया है, जबकि नौवीं कक्षा का रिकार्ड उच्चतर शिक्षा विभाग ने मांगा है।
आज से दस रुपये लगेगी लेट फीस
स्कूलों में दाखिले की प्रक्रिया 5 से 10 अप्रैल तक बिना विलंब शुल्क थी। सोमवार से स्कूलों में बच्चों के दाखिले दस रुपये विलंब शुल्क के साथ होंगे। इस संबंध में पहले ही शिक्षा विभाग ने स्कूलों को निर्देश जारी कर दिए थे। स्कूलों में दाखिले ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही माध्यमों से करवाए जा रहे हैं।