आवाज़ ए हिमाचल
17 अगस्त । सरकार ने टेट पास अभ्यार्थियों को बड़ी राहत दी है। हिमाचल में टैट परीक्षा को आजीवन मान्यता मिल गई है। कैबिनेट में लिए गए फैसले के बाद सोमवार को शिक्षा विभाग ने लिखित आदेश जारी कर दिए। प्रारंभिक शिक्षा विभाग की ओर से जारी हुए आदेशों में कहा गया है कि अब अभ्यार्थिंयों को हर सात साल बाद टेट परीक्षा नहीं देनी होगी। शिक्षक बनने के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा के परिणाम को उम्र भर के लिए मान्य कर दिया गया है।
प्रदेश में अगस्त 2011 के बाद टेट पास करने वाले युवाओं को इसका लाभ मिलेगा। प्रदेश के लाखों अभ्यर्थी इस फैसले से लाभान्वित होंगे। अभी तक टेट पास करने पर उम्मीदवार सात वर्ष तक नौकरी के लिए पात्र होता था। इसी कड़ी में टेट उम्र भर के लिए मान्य करने के लिए नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन ने बीते दिनों राज्यों को लिखित निर्देश जारी किए थे तथा प्रदेश सरकार ने इसे लागू कर दिया है।
टेट में भी बदलाव के लिए सरकार के स्तर पर मंथन शुरू हो गया है। नए प्रस्ताव में टेट की दो परीक्षाएं लेने की तैयारी है। पहली परीक्षा प्रदेश से संबंधित जानकारियों, सामान्य ज्ञान और बीएड की पढ़ाई पर आधारित होगी। दूसरी परीक्षा सिलेबस से संबंधित होगी। इसमें स्नातक और स्नातकोत्तर में की गई विषय को शामिल किया जाएगा।