आवाज़ ए हिमाचल
शांति गौतम, बीबीएन। इंस्टीट्यूट फ़ॉर ग्लोबल डेवलपमेंट व ग्लेनमार्क फाउंडेशन द्वारा आरसीएच सेंटर वार्ड नं.-2 बद्दी, सेड़ी इंस्टीट्यूट नालागढ़, सीएचसी बद्दी, नालागढ़ के गांव राजपुरा व कंगनवाल व बरोटीवाला के गांव लोअर बेटेड में 1 से 7 सिंतबर तक पोषण सप्ताह मनाया गया।
इसके तहत संस्था के डॉक्टर अंजली गोयल, परियोजन अधिकारी बलजिंदर सिंह, स्वास्थ्य कार्यकर्ता पिंकी वर्मा, श्वेता शर्मा, रीना, रंजना व परमजीत सिंह और आशा कार्यकर्ता संध्या, दया ने पोषण मुहिम के अंतर्गत “आओ मिलकर जागरुकता बड़ाए, सही पोषण के फायदे समझे और समझाए” के तहत अपने संबंधित क्षेत्र में घर-घर जाकर व समूह बैठकों के माध्यम से पोषण के बारे में जानकारी दी और उचित पोषण का संदेश दिया।
इसके साथ ही साथ आंगनबाड़ी केंद्रों में होने वाले गतिविधियों के बारे में भी जानकारी दी। कुपोषण को दूर करने में संस्था पिछले 10 सालो से स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर काम कर रही है। इसमें बच्चों के उचित विकास और बेहतर स्वास्थ्य के लिए आवश्यक जानकारियां दी जा रही हैं। इसी कड़ी में गाँव की महिलाएं उत्साहपूर्वक इस अभियान में भाग ले रही हैं।इस स्वास्थ्य जागरूकता अभियान में पोषण के पांच सूत्र पहले सुनहरे 1000 दिन, एनेमिया मुक्त भारत, डायरिया प्रबंधन, स्वच्छता एवं साफ सफाई, पौष्टिक आहार पर विशेष विचार-विमर्श किया गया। प्रभावशाली तरीकों से व्यवहारिक जानकारी देते हुए गर्भवती, धात्री, किशोरियों और बच्चों को जानकारी दी गई। दाल, दूध, फल, साग, हरी सब्जियां, अनाज व दवाएं आदि को रखकर उचित पोषाहार पर विस्तार से चर्चा की गई, ताकि बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य की ओर कदम बढ़ाएं। इसके साथ ही गर्भवती, धात्री माताओं और किशोरियों को पोषण देने, स्तनपान के लाभ की जानकारी एवं बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिए आहार संबंधित जानकारी दी गई।