आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा ( बिलासपुर )
10 जनवरी। श्रमिकों का देश व प्रदेश के विकास में एक अहम योगदान है। यह शब्द खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य कामगार कल्याण बोर्ड के सौजन्य सन्तोषी माता मंदिर हारकुकार के सभागार में लाभार्थियों को इंडक्शन चूल्हा वितरण कार्यक्रम में कहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड अध्यक्ष डॉ राकेश शर्मा ने की। गर्ग ने कहा कि प्रदेश सरकार का ध्येय समाज की अन्तिम पंक्ति में खड़े मजदूर की उन्नति करना है। प्रदेश सरकार श्रमिकों की समस्याओं के समाधान के लिए लगातार कार्य कर रही हैं। उनके हितों का विशेष ध्यान रख रही है। उन्होंने कहा कि भवन एवं सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड प्रदेश में भवन एवं सन्निर्माण कामगारों के लिए विभिन्न प्रकार की कल्याणकारी योजनाएं चला रहा है। बोर्ड़ द्वारा कामगार श्रमिकों के,
बच्चों के लिए उच्चस्तरीय एवं गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध करवाने हेतु विभिन्न प्रकार की नई लाभकारी योजनाएं आरम्भ की गई है। इन योजनाओं के अन्तर्गत प्राथमिक शिक्षा से पी.एच.डी. डिग्री तक प्रतिवर्ष 8,400 रूपए से 1,20,000 रूपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध की जा रही है। इसी प्रकार ऐसे पंजीकृत श्रमिकों के परिवारों में दो बालिकाओं के जन्म पर 51,000 रूपए प्रति बालिका प्रोत्साहन राशि उस परिवार को दी जी रही है ताकि समाज में बालिकाओं की परवरिश में किसी प्रकार की कमी न रहे। इसके साथ-साथ पंजीकृत कामगारों को एवं उनके बच्चों की शादी, मातृत्वध्पितृत्व सुविधा, चिकित्सा सुविधा एवं पेंशन इत्यादि के लाभ प्रदान कर सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण कामगारों को बहुत बड़ी चुनौतियों से झूझना पड़ा है।
इस संकट के समय सरकार द्वारा प्रत्येक कामगार को 6,000 रूपए प्रति परिवार आर्थिक सहायता प्रदान की गई ताकि वे इस महामारी से उत्पन्न विकट परिस्थितियों में अपना जीवन यापन कर सके। सरकार श्रमिकों के उत्थान के लिए लगातार प्रयासरत है ।हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड अध्यक्ष डॉ राकेश शर्मा ने कहा कि भवन एवं अन्य सन्निर्माण कार्यों में लगे श्रमिकों को मूलभूत व कल्याणकारी सुविधाएं उपलब्ध करवाना ही हिमाचल प्रदेश भवन एवं सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने बोर्ड द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की प्रोत्साहन राशि को बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि बोर्ड द्वारा पंजीकृत कामगारों के मानसिक रूप से मंद व अपंग बच्चों के लिए योजना के अन्तर्गत पंजीकृत लाभार्थी के बच्चों की देखभाल के लिए प्रत्येक वर्ष 20,000 रूपए की राशि, विधवा पेंशन योजना में पंजीकृत लाभार्थी की विधवा को प्रत्येक माह 1500 रूपए की राशि,
होस्टल सुविधा योजना में पंजीकृत लाभार्थी के बच्चों को होस्टल में रहने पर प्रत्येक वर्ष 15,000 रूपए से 20,000 रूपए तक की राशि उपलब्ध करवाई जा रही है। मुख्यमंत्री आवास योजना पी.एम.ए.वाई. के अन्तर्गत पंजीकृत लाभार्थी को उनके पी.एम.ए.वाई. या एम.ए. वाई योजना के तहत ग्रामीण विकास विभाग द्वारा स्वीकृत मकान बनाने हेतु 1,50,000 रूपए की अतिरिक्त राशि बोर्ड द्वारा प्रदान की जाएगी। विकलांगता पेंशन योजना के अंतर्गत पंजीकृत लाभार्थी की दुर्घटना एवं बीमारियों के कारण हुई विकलांगता की स्थिति में 500 रूपये (पांच सौ) की राशि प्रतिमाह बतौर पेंशन देने का प्रावधान है। इसके अतिरिक्त 50 प्रतिशत से अधिक विकलांगता की स्थिति में 50,000 रूपये (पचास हजार) और 50 प्रतिशत से कम विकलांगता में 25,000 रूपये (पच्चीस हजार) की राशि प्रदान की जाती है। अन्तिम संस्कार हेतु सहायता के अंतर्गत आश्रितों को 20,000 रूपये (बीस हजार) की राशि देय होगी।
कोविड-19 महामारी से उत्पन्न विकट परिस्थिति में पंजीकृत कामगारों को सहायता देने के दृष्टिगत, बोर्ड द्वारा 1,36,419 पंजीकृत कामगारों के बैंक खातों में सहायता राशी के रूप में लगभग 78,48,06,000 रूपए की राशि दी गई हैं। मनरेगा में कार्यरत कामगारों को हैं। पंजीकरण करवाने में सहायता प्रदान करने के लिए, बोर्ड द्वारा प्रत्येक ग्राम रोजगार सेवक को प्राधिकृत किया गया है। जिसके लिए उन्हें प्रत्येक पंजीकरण पर 50 रूपए प्रोत्साहन के रूप में दिए जाते हैं। इस अवसर पर श्रम अधिकारी भावना शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य कामगार कल्याण बोर्ड द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी। इस कार्यक्रम में कोविड 19 नियमों का पालन किया गया। इस अवसर प्रदेश किसान मोर्चा प्रवक्ता प्रवेश शर्मा, जिला महामंत्री पंकज ठाकुर, प्रदेश महासचिव रूप सिंह ठाकुर, जिला समन्वयक सुमित शर्मा उपस्थित रहे।