खाद्य आपूर्ति मंत्री के चुनाव क्षेत्र में भारी उथल पुथल के आसार
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर
1 फरवरी। प्रदेश सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेन्द्र गर्ग के चुनाव क्षेत्र में घुमारवीं में अभी कुछ दिन पहले हिमुडा के निदेशक मंडल के सदस्य बनाए गए समाजसेवी राकेश चोपड़ा ने घुमारवीं में बाकायदा प्रैस कांफ्रेस कर इस पद को अस्वीकार करते हुए सर्द मौसम में राजनीति को हवा दे दी है। कैबिनेट मंत्री के विधानसभा क्षेत्र घुमारवीं में सियासी भूचाल शुरू हो गया है।
पिछले विधानसभा चुनाव में मंत्री के सबसे करीबी रहे नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष राकेश चोपड़ा के े इस फैसले से आने वाले चुनावों में घुमारवीं की राजनीति में अलग समीकरण बनते नजर आ रहे हैं। कैबीनेट मंत्री के इलाके से इस प्रकार से निदेशक पद का ठुकराना कहीं न कहीं विरोध स्वरों की भी आहट बयान कर रहा है। राकेश चोपड़ा ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि वह अपरिहार्य कारणों से इस पद को स्वीकार करने में असमर्थ हैं जबकि समाज सेवा करना उनका दायित्व है और वह आगे भी समाज सेवा के कार्यों को जारी रखेंगे।
बताते चलें कि राकेश चोपड़ा क्षेत्र के एक जाने.माने व्यवसाई हैं जो पिछले कई वर्षों से वह समाज की सेवा कर रहे हैं। राकेश चोपड़ा 2012 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन 2017 में हुए चुनावों में उन्होंने वर्तमान में कैबिनेट मंत्री खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनकी जीत में एक अहम भूमिका निभाई थी। आज दिए अपने बयान में उन्होंने साफ तौर पर कहा कि पिछले चुनावों में जो मंत्री द्वारा लोगों से वायदे किए गए थे उन्हें पूरा कर पाने में वह सफल नहीं हो पाए हैं इसके अलावा विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की अनदेखी से भी वह आहत हुए हैं।
फिलहाल चोपड़ा के इस कदम से सियासी घमासान तेज होने के प्रबल आसार है। पत्रकारवार्ता में उनके साथ शहर के प्रसिद्ध व्यवसायी कुलभूषण तथा प्रदेश दिव्यांग कार्यकारिणी के सदस्य सतपाल शर्मा मौजूद रहे।