आवाज़ ए हिमाचल
26 मार्च।शाहपुर का सद्दु छिंज मेला शुक्रवार को संपन्न हो गया।इस दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीन चौधरी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश हमेशा अपनी विशेष संस्कृति, लोक शिल्प एवं लोक कलाओं के लिए प्रसिद्ध रहा है। प्रदेश को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है। राज्य की धार्मिक एवं सांस्कृतिक परम्पराएं अत्यंत समृद्व हैं।मेला कमेटी के प्रधान कुलदीप सिंह ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया।
सरवीन चौधरी ने मेला कमेटी को 31 हजार रुपये तथा सदूं में स्टेज शेड के लिए 3 लाख और सदूं के वार्ड नम्बर-4 में शमशान घाट के कार्य को पूरा करने के लिए 75000 रुपए देने की घोषणा की।सरवीन चौधरी ने सदूं में साढ़े तीन लाख रुपये से निर्मित सामुदायिक भवन का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इस भवन में आस-पास के लोगों को अपने धार्मिक, सामाजिक कार्यों को करने में सुविधा होगी।उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग, उपमण्डल शाहपुर द्वारा सदूं के वार्ड नम्बर 2 में डेढ़ लाख रुपए से श्मशान घाट का निर्माण, वार्ड नम्बर-5 में 1.75 लाख रुपए श्मशान घाट के निर्माण, सदूं से कुरेला लिंक रोड़ के निर्माण पर 65 लाख, उपरला डोहब से झिकला डोहब लिंक रोड़ के निर्माण पर 75 लाख,कुरेला में सीमेंट क्रंकीट फुटपाथ पर 18 लाख रुपए व्यय किए गए हैं और यह सब कार्य पूर्ण हो चुके हैं। सदूं से प्रेई लिंक रोड़ पर 50 मीटर लम्बे स्पैन ब्रिज पर 220 लाख रुपए व्यय किए जा रहे हैं जिसका 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है।
सरवीन ने शाहपुर विधान सभा क्षेत्र के डढम्ब में शीतला माता मंदिर में चार लाख रुपये की लागत से निर्मित शेड का उद्घाटन किया।उन्होंने कहा कि लंबे समय से शेड की मांग श्रद्धालु कर रहे थे। शेड नहीं होने के कारण गर्मी और बरसात में श्रद्धालुओं को बहुत परेशानी होती थी। शेड के बन जाने से श्रद्धालुओं को सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने समाज के हर वर्ग का कल्याण तथा प्रदेश के हर क्षेत्र का विकास सुनिश्चित किया है।
सरवीन ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट में सभी के लिए बिना आय सीमा वृद्धावस्था पेंशन की आयु सीमा को घटाकर 60 वर्ष करने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि 60 से 65 वर्ष की आयु वर्ग की महिलाओं को भी बिना किसी आय सीमा के वृद्धावस्था पेंशन प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि अब 7.50 लाख लाभार्थियों को वृद्धावस्था पेंशन योजनाओं का लाभ मिलेगा, जिस पर 1300 करोड़ व्यय किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि 60 यूनिट तक की बिजली खपत के लिए जीरो बिलिंग की जाएगी, जिससे लगभग 4.50 लाख उपभोक्ता लाभान्वित होेंगे। उन्होंने कहा कि 61 से 125 यूनिट के बीच बिजली खपत करने वाले 7 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को लाभ प्रदान करने के लिए भी एक रुपये प्रति यूनिट की रियायती दर पर सस्ती बिजली उपलब्ध करवाई जाएगी।
सरवीन ने कहा कि रक्कड़ का बाग में अखाड़ा स्टेज के लिए 8 लाख तथा महिला मंडल भवन अप्पर डढम्ब पर 5 लाख रुपये व्यय हुए है। इसके अतिरिक्त चड़ी थरोट सड़क के सुधारीकरण के लिए 10 लाख व चम्बी धर्मशाला सड़क के सुधारीकरण के लिए 20 लाख रुपये व्यय होंगे। उन्होंने कहा कि गांव के डढ़म्ब में 100 केवीए का ट्रांसफार्मर को बड़ा करके 250 केवीए का ट्रांसफर रखा गया है जिसमें लगभग 4 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। डढम्ब में दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के अंतर्गत लगभग लगभग 3 लाख की लागत से 0.5 किलोमीटर एलटी लाइन बनाई गई है । गाँव कुठेहड़ में 63 केवीए का ट्रांसफार्मर लगाया जायेगा जिस पर 8 लाख रुपये व्यय होंगे। यह कार्य प्रक्रिया पूर्ण होने पर जल्द शुरू किया जाएगा।
सरवीन ने सुनी जनसमस्याएं
इसके उपरांत सरवीन चौधरी ने डढम्ब तथा सदूं में लोगों की समस्याओं को सुना। अधिकतर का मौके पर ही निपटारा कर दिया। शेष समस्याओं के समाधान के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए।
इस अवसर एसडीओ विद्युत जितेंद्र प्रकाश, एसडीओ लोक निर्माण विभाग विवेक कालिया, चेयरमैन विजय चौधरी, प्रधान डढम्ब अंजू बाला, उप प्रधान इंद्रजीत, प्रधान सदूं सरोज कुमारी, एसडीओ लोक निर्माण विभाग बलबीत, जेई नीरज गर्ग, जेई ऋषभ, पूर्व प्रधान अश्विनी कुमार, पूर्व चेयरमैन अश्विनी चौधरी, राकेश मनु सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।