आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा बिलासपुर
29 नवंबर। आजादी का अमृत महोत्सव श्रृखला के अंतर्गत भाषा एवं संस्कृति विभाग बिलासपुर के सौजन्य से श्री रामानुज संस्कृत महाविद्यालय में चल रही पांच दिवसीय संस्कृत कार्यशाला के तीसरे दिन वैदिक मंत्रों का स्वर सहित प्रशिक्षण दिया गया । प्रशिक्षण में मुख्य रूप से ज्योतिष विभाग के अध्यक्ष आचार्य देवराज शर्मा ने शिक्षकों को संस्कृत गीत का “मनसा सततम् स्मरणीयम् “का ग्रुप में अभ्यास करवाया। आचार्य प्रवीण कुमार से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे लोगों को श्रीमद्भगवद्गीता के महत्व को बताते हुए कहा कि जिस घर में गीता का ग्रंथ होता है तथा नित्य प्रति इसका अध्ययन अध्यापन होता है वहां सभी तीर्थ तो विद्यमान रहते हैं,
परंतु तीर्थराज प्रयाग राज भी वहां अपनी उपस्थिति देते हैं। छात्र नेता मेहंदी शर्मा ने बताया कि कार्यशाला के अंतिम दिन आजादी की 75वी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में छात्र कवि सम्मेलन का आयोजन महाविद्यालय करेंगे जिसमें आजादी पर कविताओं का वाचन होगा आचार्य श्यामलाल ने छात्रों को दैनिक बोलचाल की भाषा संस्कृत बनाने पर बल दिया आचार्य ने यह भी बताया कि यहां पांच दिवसीय कार्यक्रम भाषा कला एवं संस्कृति विभाग बिलासपुर के सौजन्य से संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार हेतु आयोजित किया गया इसका समापन 1-11 -2021 को बुधवार को होगा।