आवाज ए हिमाचल
राकेश डोगरा, पालमपुर। बुधवार को संजय सिंह चौहान चेयरमैन हिमाचल प्रदेश कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक ने अक्षैणा में आशा वर्कर्स की समीक्षा बैठक की। इसमें वह बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए। इस अवसर पर उन्होंने आशावर्कर्स के साथ आमने-सामने बैठकर उनकी समस्याएं व सुझाव सुने। संजय चौहान ने कहा कि आशा वर्कर्स जिस कर्मठता से काम कर रहीं हैं वह एक सराहनीय कदम है। उन्होंने उन्हें दिल से धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि डॉक्टर लोग केवल उन्हीं मरीजों को देख सकते हैं जो उन तक पहुंचते हैं और लगभग 60 से 70 प्रतिशत ऐसे रोगी होते हैं जो अस्पताल तक नहीं पहुंचते हैं उनके लिए आशा वर्कर्स ही उपचार का माध्यम होती हैं।
संजय चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इस ओर विशेष ध्यान दे रहे हैं कि आशा वर्कर्स को मुख्यधारा के साथ जल्द ही जोड़ दिया जाए। उन्होंने आगे कहा कि आधिकारिक तौर पर अभी कहना मुश्किल है, लेकिन जल्द ही मानदेय बढ़ोतरी पर निर्णय लिया जाएगा।
इस अवसर पर संजय सिंह चौहान के समक्ष रखी गई आशा वर्कर्स द्वारा मांगों में उनकी नियुक्ति के लिए कोई स्थिर पॉलिसी बनाने और उनके मानदेय की बढोतरी के विषय पर चौहान ने बताया कि आशा वर्कर्स की नियुक्ति आउटसोर्सिंग के सिद्धांत पर होती है, जिसका अर्थ है कि जिस भी सरकार का प्रतिनिधित्व होता है उनके प्रतिनिधि अपने हिसाब से नियुक्ति करवाते हैं और जहां तक मानदेय की बात है तो इतने निम्न मानदेय पर कार्य करना और परिवार चलाना वाक्य ही बहादुरी और धैर्य का कार्य है। उन्होंने कहा कि उपस्थित आशा वर्कर्स को न्यायसंगत मानदेय दिलवाने का उनकी ओर से पूर्ण प्रयास रहेगा।