आवाज ए हिमाचल
1 जनवरी। सीएम ने कहा कि भारत सरकार ने 25 मार्च, 2016 को राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम-2016 के तहत चार राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित किए। इनमें ब्यास नदी में तलवाड़ा बैराज से हरकीधाम, चिनाब पर चिनाब सड़क पुल से भद्राकलां के निकट पुल, रावी नदी में गंधियार बांध से रंजीत सागर बांध और सतलुज नदी में सुन्नी सड़क पुल से हरकीधाम शामिल हैं।मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि तत्तापानी और सलापड़ क्षेत्र के मध्य जल परिवहन सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इसके लिए तत्तापानी और कसोल गांव में 2.02 करोड़ की अनुमानित लागत से दो जैटी और सामान्य सुविधाएं निर्मित की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को अंतरदेश्यीय जल परिवहन की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि इस मामले में एनटीपीसी से जैटीज के निर्माण के लिए भूमि के उपयोग के लिए समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित करने के लिए प्रारूप समझौता प्राप्त कर लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे न केवल क्षेत्र के लोगों को कम लागत में प्रभावी परिवहन सुविधाएं उपलब्ध होंगी बल्कि क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों के लिए भी यह आकर्षण का अतिरिक्त केंद्र साबित होगा। इससे आस-पास के क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के अवसर सृजित होंगे।
उन्होंने परामर्श सेवाओं के लिए ई-टेंडर आमंत्रित किए जा चुके हैं, ताकि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा सके। कोल बांध, भाखड़ा बांध, चमेरा बांध और पौंग बांध जलाश्यों में विधि मान्य स्थानों पर टेंडर दस्तावेज तैयार करने के लिए भी ई-टेंडर आमंत्रित की गईं हैं। यात्रियों (और माल, यदि कोई हो) के लिए डिजाइन तत्वों का मॉड्यूलेराइजेशन और भविष्य में किए जाने वाले संभावित परिवर्तन के लिए अनुकूल योग्य डिजाइन मॉडल का विकास भी इसका हिस्सा होगा।प्रधान सचिव, परिवहन केके पंत ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि तत्तापानी और सलापड़ के बीच सभी संभव स्थानों पर जल परिवहन सुविधा शुरू करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। निदेशक परिवहन अनुपम कश्यप ने राज्य में अंतरदेश्यीय जल परिवहन क्षमता के संबंध में प्रस्तुती दी। उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर, उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति, उपायुक्त चंबा दुनी चंद राणा अपने-अपने जिलों से इंटरनेट के माध्यम से बैठक से जुड़े।
कोल डैम में दस रूट
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोल डैम में 10 रूट अधिसूचित किए गए हैं, जिनमें अहान से कोल, कियान से सुई वाया बियो, सूई से नेरी-रोपड़ू वाया बियो, नेरी-रोपड़ू से कारला-बेरल, दोघरी से कारला-बेरल, कियान से जरटू, शाकरा से कियान, चाबा से सरौर, तत्तापानी से क्यारी और कियान से कारला अहान, जरटू, सूई, मेहंदला और नेरी रोपड़ू मार्ग शामिल हैं।
170 रूट परमिट
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोविंदसागर बांध में 107 अंतरदेश्यीय जल परिवहन मार्ग चिन्हित किए गए हैं और कुल 170 परमिट दिए गए हैं। लगभग 60 किलोमीटर लंबा बिलासपुर-भाखड़ा मार्ग सबसे लंबा रूट है, जिसके लिए लोगों को केवल 80 रुपए किराया देना पड़ता है।