आवाज़ ए हिमाचल
1 मार्च। जल शक्ति बागबानी राजस्व एवं सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने स्वर्णिम अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी-2021 में वोकल फ़ॉर लोकल पर बल देने की कही है। उन्होंने मंडी के विपाशा सदन में महोत्सव की आम सभा की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का इसे लेकर विशेष आग्रह रहा है कि स्थानीय प्रतिभा, कौशल और उत्पादों को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि महोत्सव की सांस्कृतिक संध्याओं में हिमाचली कलाकारों को प्राथमिकता दें। अन्य आयोजनों में भी लोकल लोगों को अवसर मिले। स्वयं सहायता समूहों और हिमाचली युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करें। महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि महोत्सव की थीम हिमाचल के पूर्ण राज्यत्व के 50 साल की स्वर्णिम यात्रा पर केंद्रित है। इसलिए सभी आयोजनों में इस थीम को जीवंत बनाने के प्रयास करें।
उन्होंने सभी विभागों को पड्डल मैदान में लगने वाली विभागीय प्रदर्शनी में हिमाचल की 50 साल की स्वर्णिम विकास यात्रा को अच्छे तरीके से प्रदर्शित करने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में महोत्सव के आयोजन को लेकर गठित सभी उप समितियों के कार्यों की प्रगति का भी जायजा लिया। स्वागत समिति के संयोजक सहायक आयुक्त संजय कुमार ने बताया कि समिति के सभी सदस्य जलेब के उपरांत वापसी में भी राज माधो राय जी की पालकी के साथ रहेंगे। इसके अलावा बड़ा देव कमरूनाग के स्वागत के लिए भी समिति के सभी सदस्य पुल घराट पर मौजूद रहेंगे। वहीं, एडीसी जतिन लाल ने बताया कि इस बार जलेब में कैमल परेड शामिल करने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। मंडी आने वाले देवी देवताओं, कारदारों और देवलुओं की सुविधा के लिए सभी आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि 11 माचज़् को सुबह 8 बजे आयोजित किए जाने वाले हवन को भी बड़े स्तर पर करने के प्रयास किए जाएंगे। वहीं मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने महोत्सव की स्मारिका में थीम आधारित लेख प्रकाशित करने को कहा।
12,15 व 18 को निकलेंगी जलेब
12 से 18 मार्च तक मनाए जाने वाले इस महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर करेंगे। वे 12 मार्च को प्रथम जलेब की अगवानी करेंगे। मध्य जलेब 15 मार्च को निकाली जाएगी। तीसरी और अंतिम जलेब में 18 मार्च को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय शामिल होंगे।
216 देवी-देवताओं को निमंत्रण
बैठक में देवता उपसमिति के संयोजक एडीएम श्रवण मांटा ने अवगत करवाया कि पिछली बार की तरह इस बार भी 216 पंजीकृत देवी देवताओं को महोत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।