आवाज़ ए हिमाचल
20 मार्च। मानव भारती विश्वविद्यालय के बाद अब हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के एक निजी विश्वविद्यालय के नाम की एक फर्जी डिग्री पकड़ी गई है। हिमाचल प्रदेश राज्य निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग ने एक युवक के आवेदन पर सत्यापन के दौरान फर्जी डिग्री को पकड़ा। फर्जी डिग्री पकड़ने के बाद आयोग ने हिमाचल प्रदेश पुलिस को एफआईआर दर्ज कर जांच करने के लिए कह दिया है। आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल सेवानिवृत्त अतुल कौशिक ने बताया कि एफआईआर दर्ज करने के लिए शिमला पुलिस को पत्र दे दिया है।
निजी विश्वविद्यालय की डिग्री का सत्यापन कराने के लिए एक युवक ने आवेदन किया था। सत्यापन के दौरान युवक के ब्योरे को विनियामक आयोग ने अपने पास मौजूद दाखिले के रिकॉर्ड से मिलाया तो उसका नाम नहीं मिला। जानकारी के अनुसार आयोग के पास हर निजी विश्वविद्यालय के दाखिलों का रिकॉर्ड रहता है। चूंकि प्रथम दृष्टया डिग्री देखने में असली और अन्य जारी डिग्रियों से मिलती थी। ऐसे में उसके फर्जी तरीके से जारी होने की आशंका जताई जा रही है। इसी को देखते हुए आयोग ने पुलिस को एफआईआर दर्ज कर जांच के लिए कहा है। विश्वविद्यालय के खिलाफ पहले ही एक पूर्व प्रोफेसर की शिकायत पर सीआईडी फर्जी डिग्री बेचने की जांच कर रही है।
जिस विश्वविद्यालय की फर्जी डिग्री पकड़ी गई है और जिसके खिलाफ उसके ही एक पूर्व प्रोफेसर की शिकायत पर सीआईडी की जांच चल रही है। उसके पूर्व कुलपति हिमाचल प्रदेश के एक पूर्व डीजीपी रहे हैं। पकड़ी गई फर्जी डिग्री में भी उनके ही हस्ताक्षर मिले हैं। हालांकि यह हस्ताक्षर उन्होंने किए या किसी ने हस्ताक्षर का दुरुपयोग किया, इसकी जांच होने पर ही सत्यता सामने आएगी।