आवाज ए हिमाचल
शिमला, 17 जुलाई। शिमला के ढली थाने के लॉकअप की ग्रिल काटकर फरार हुए चिट्टा तस्कर को पकड़ने में शिमला पुलिस को कामयाबी मिली है। आरोपी आकाश माथुर (23) को उत्तर प्रदेश से दबोचा गया है। शिमला के एसपी संजीव गांधी ने बुधवार देर रात आरोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। अब पुलिस उसे यूपी से शिमला ला रही है। फरारी के 72 घण्टों के भीतर तस्कर फ़िर पुलिस के शिकंजे में आ गया है। एसपी संजीव गांधी ने बताया कि आरोपी को शिमला लाया जा रहा है और कोर्ट में पेश कर उसका रिमांड हासिल किया जाएगा।
आरोपी को पकड़ने के लिए शिमला पुलिस ने दिन-रात एक कर दिए थे। उसकी तलाश में जगह-जगह छापेमारी की जा रही थी। पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में जुटीं थीं। पुलिस को इस बात का पूरा अंदेशा था कि आरोपी हिमाचल की सीमा से बाहर जा चुका है। लिहाजा शिमला पुलिस बाहरी राज्यों की पुलिस से भी संपर्क में थी।
जानकारी अनुसार आरोपी दूसरों के मोबाइल से अपने परिचितों से संपर्क साध रहा था। इससे पुलिस को उसके बारे में इनपुट मिली और उसे दबोचने के लिए जाल बिछाया गया। बुधवार को आरोपी इलाहबाद में दबोच लिया गया। आरोपी के ख़िलाफ़ दर्ज हैं चोरी-सेंधमारी के कई केस, पहले भी हो चुका है फरारआरोपी बेहद शातिर और पेशेवर चोर है। उसके खिलाफ बाहरी राज्यों में चोरी व सेंधमारी के करीब 20 केस दर्ज हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी पहले भी पुलिस की हिरासत से भागा था। 23 वर्षीय आरोपी आकाश माथुर दिल्ली का मूल निवासी है। बीते रविवार की रात वह ढली पुलिस स्टेशन के लॉकअप से फरार हो गया था और वहां तैनात पुलिस को उसकी भनक तक नहीं लग पाई थी। लॉकअप की खिड़की की ग्रिल काटकर वह नौ दो ग्यारह हुआ था। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों पर गाज गिरने की तैयारी है।
लॉकअप की ग्रिल तोड़कर फरार हुआ था तस्कर
आरोपी आकाश माथुर को ढली पुलिस ने बीते 9 जुलाई को भट्टाकुफर में नशीले पदार्थ चिट्टे (हेरोइन) के साथ गिरफ्तार किया था। उसके कब्जे से 14.61 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार हुआ था। उसके विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट में केस दर्ज हुआ था। इसके बाद आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया था और वह पुलिस रिमांड पर चल रहा था। ढली थाने में इसे हिरासत में रखा गया था। बीते रविवार की रात आरोपी थाने में लगी खिड़की की ग्रिल तोड़कर फरार हो गया था। थाने में डयूटी पर मौजूद पुलिस को इसकी भनक तड़के करीब साढ़े चार बजे लगी।
इस मामले में दर्ज एफआईआर के मुताबिक आरोपी के फरार होने के बाद लॉकअप की गैलरी में लगी खिड़की की ग्रिल टूटी हुई पाई गई तथा ग्रिल से बंधी कम्बल से बनी रस्सी ग्रिल के बाहर लटकी हुई थी। आरोपी आकाश माथुर ने फरार होने के लिए थाने के लॉकअप की गैलरी में लगी खिड़की की ग्रिल से कम्बल को काटकर बनाई गई रस्सी का इस्तेमाल किया था।