आवाज़ ए हिमाचल
शिमला, 14 मई। पांच मई से शुरू हुई चूड़धार यात्रा से लौट रही उत्तराखंड की एक महिला लापता हो गई है। वह परिवार के साथ चूड़धार स्थित देवता शिरगुल महाराज तथा शंकर भगवान के दर्शनों के लिए आई थी। लौटते समय रास्ते में अकेले आगे निकल गई और रास्ता भटक गई।
पुलिस के अनुसार जानकी देवी पत्नी केशर सिंह गांव टीमरा, तहसील कालसी, जिला देहरादून (उत्तराखंड) अपने पति, बेटे, देवर और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ वीरवार को चूड़धार यात्रा पर आई थीं। चूड़धार में दर्शनों के बाद परिवार शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे वापस लौट रहा था। चूड़धार के नजदीक कालाबाग में जानकी के परिवार के सदस्य चाय पीने के लिए रुक गए, लेकिन जानकी आगे मिलने की बात कहकर वहां से अकेली ही चली गईं। जानकी का परिवार जब चूड़धार की तलहटी पर मंडाह लानी पहुंचा तो उन्हें वह कहीं भी नजर नहीं आईं।
परिजनों ने पुलबाहल सरांह और हाल्दा जुब्बड़ के रास्तों में भी महिला की काफी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद परिजनों ने चौपाल पुलिस को सूचना दी।पुलिस चौकी पुलबाहल के इंचार्ज हरि सिंह खागटा के नेतृत्व में आधा दर्जन पुलिस जवानों का एक दल स्थानीय लोगों के साथ जानकी की तलाश में जुटा है। पुलिस टीम ने देर रात तक चूड़धार के विभिन्न रास्तों पर जंगल में जानकी की तलाश की, लेकिन कामयाबी हाथ नहीं लगी।
एसडीपीओ चौपाल राजकुमार वर्मा ने कहा कि पुलिस टीम लापता महिला की तलाश कर रही है। उधर, मंदिर कमेटी चूड़धार के अध्यक्ष एवं एसडीएम चौपाल चेत सिंह ने चूड़धार यात्रा पर आने वाले यात्रियों से आग्रह किया है कि अपने साथ आए बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखें। परिवार और साथियों से अलग होकर अकेले यात्रा न करें।