आवाज़ ए हिमाचल
27 नवंबर। पिछले कुछ वर्षों से शिमला-कांगड़ा फोरलेन के निर्माण की प्रक्रिया ने कुछ महीनों से गति पकड़ ली है। इस फोरलेन के पांचवें पैकेज के बी पार्ट रानीताल से कछियारी तक की सारी औपचारिकताएं जहां पूरी कर ली गई हैं, वहीं चौथे पैकेज के हिस्से में भी कुछ बदलाव किया गया है। इसके तहत नादौन के चीलबाहल से ज्वालामुखी तक करीब 19 किलोमीटर तक भी टू-लेन बनाने का प्रोपोजल तैयार करके एनएचएआई के हैडक्वार्टर को भेज दिया गया है।
पता चला है कि ज्वालामुखी से आगे पांचवें पैकेज का जो भंगवार तक ए पार्ट है, उसे पहले ही टू-लेन कर दिया गया है। ऐसे में अब चौथे और पांचवे पैकेज का लगभग 37 किलोमीटर मार्ग टू-लेन बनाया जाना प्रस्तावित है। इस पर करीब 1100 करोड़ रुपए खर्च आने का अनुमान है। पहले केवल पांचवें, पैक के ज्वालामुखी से भंगवार तक के मार्ग को ही टू-लेन करने का प्रस्ताव था,लेकिन बाद में महसूस किया गया कि
ज्वालामुखी से नादौन तक भी ट्रैफिक बहुत ज्यादा नहीं होता, क्योंकि बीच में कहीं कोई जंक्शन नहीं है। इसलिए इस 37 किलोमीटर के पार्ट को भी टू-लेन ही रहने देने पर सहमति बन पाई है। एनएचएआई के नए प्रोजेक्ट डायरेक्टर का प्रयास है कि 2022 के विधानसभा चुनावों से पूर्व सभी पैकेज की सारी औपचारिकताएं निपटाकर इसे अवार्ड कर दिया जाए।