आवाज ए हिमाचल
1 जनवरी। हिमाचल के सरकारी स्कूलों में 2020 में तो वर्चुअल क्लासेज का सपना पूरा नहीं हो पाया, लेकिन अब शिक्षा विभाग नए साल से वर्चुअल पढ़ाई पर फोकस करेगा। वर्ष 2021 में 15 नए स्कूलों में वर्चुअल क्लासरूम बनाने का टारगेट रखा गया है, ताकि स्कूलों में अगर शिक्षकों के पद खाली भी हों, तो एक स्कूल से दूसरे स्कूलों के छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा सके। इस बाबत उच्च शिक्षा विभाग ने जिला उपनिदेशकों को आदेश जारी कर दिए हैं। बता दें कि प्रदेश में दो सालों से सरकारी स्कूलों में वर्चुअल क्लासरूम शुरू करने का काम चला हुआ है। बावजूद इसके अभी तक स्कूल तो सिलेक्ट कर दिए गए हैं, लेकिन वहां वर्चुअल सिस्टम नहीं लगाए गए है। मंडी कालेज और शिमला पोर्टमोर स्कूल के बाद अब जिला के सभी स्कूल व कालेजों में वर्चुअल क्लासेज शिक्षा विभाग शुरू करने जा रहा है।
जानकारी मिली है कि विभाग ने मौजूदा समय में चंबा के चार, शिमला के दो व सिरमौर के दो सरकारी स्कूल में वर्चुअल यानी कि ऑनलाइन क्लासरूम बनाने का काम शुरू कर दिया है। इसके अलावा मंडी कालेज के बाद शिमला, कांगड़ा, सोलन, सिरमौर, चंबा के एक-एक कालेज में वर्चुअल क्लासरूम बनाने का कार्य शिक्षा विभाग ने शुरू किया है। अधिकारियों के अनुसार इस साल में मुख्यमंत्री से उद्घाटन कर वर्चुअल क्लासेज की शुरुआत शिक्षा विभाग करेगा। हालांकि इससे पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी कालेज में भी वर्चुअल क्लासेज का उद्घाटन कर इसकी शुरुआत कर चुके हैं। ऐसे में यह दूसरा मौका होगा, जब वर्चुअल क्लासेज को अमलीजामा पहनाने के लिए शिक्षा विभाग त्वरीत रूप से कार्य करेगा। बता दें कि वर्चुअल क्लासेज के लिए प्रदेश सरकार ने शिक्षा विभाग को करोड़ों का बजट जारी किया है।
नई टेक्नोलॉजी से जुड़ेंगे पांच कालेज
विभाग ने जिन जिलों को वर्चुअल क्लासेज के लिए चुना है, वहां अब बिना शिक्षकों के ऑनलाइन पढ़ाई पर फोकस किया जाएगा। विभाग हर जिले के एक कालेज को वर्चुअल क्लासेज के लिए क्लस्टर बनाएगा। क्लस्टर कालेज से नजदीकी चार से पांच कालेजों को नई टेक्नोलॉजी के साथ जोड़ा जाएगा, जिससे कि एक ही शिक्षक से दूसरे कालेज के छात्रों का पढ़ना आसान हो जाएगा।