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धर्मशाला। हिमचाल प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में पूरे देश में एक अग्रणी राज्य के रूप में उभर रहा है। राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला के त्रिगर्त सभागार में आयोजित हिमपन 2.0 कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए कृषि मंत्री प्रो. चन्द्र कुमार ने यह शब्द कहे। उन्होंने कहा कि आज प्रारंभिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक हिमाचल प्रदेश में सभी महत्वपूर्ण संस्थान कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दो राज्य विश्वविद्यालय के अलावा केंद्रीय विश्वविद्यालय, आईआईटी, आईआईएम, आईआईआईटी, एनआईटी, एम्स, एनआईएफटी जैसे अनेक प्रतिष्ठित संस्थानों में आज विद्यार्थी हिमाचल प्रदेश में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा, शोध और नवाचार के क्षेत्र में कार्य करने वाले संस्थानों और शिक्षार्थियों के लिए हिमाचल का शांत वातावरण सबसे उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में बनी सरकार प्रदेश में शिक्षा और नवाचार के लिए ओर बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और व्यवस्थाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्व है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बहुत से निजी संस्थान भी हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा बहुत बहुमूल्य विषय है, इससे जुड़े व्यवसाय में नैतिकता और पारदर्शिता को अपनाना बहुत जरूरी है। जन कल्याण और देश कल्याण के उद्देश्य से ही शिक्षण संस्थानों को कार्य करना चाहिए। कृषि कुमार प्रो. चन्द्र कुमार ने इस अवसर पर सामाजिक कार्याें और शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा काम करने वाले लोगों को सम्मानित भी किया।
सी.टी. यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में समाज कार्य और शिक्षा क्षेत्र से जुड़े विद्वत जनों ने सहभागिता कर भारत द्वारा जी20 अध्यक्षता, राष्ट्र शिक्षा नीति, नवाचार और कौशल विकास जैसे विषयों पर चर्चा की। इस दौरान धर्मशाला महाविद्यालय से प्रो. नरेश शर्मा और सी.टी विश्वविद्यालय के डॉ. महेंद्र सिंह अशावत ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में धर्मशाला नगर निगम के महापौर ओंकार नेहरिया, एसडीएम धर्मशाला धर्मेश रमोत्रा, सीटी ग्रुप के चेयरमैन सरदार चरणजीत सिंह चन्नी, उप चेयरमैन हरप्रीत सिंह सहित प्रदेश भर से आए शिक्षाविद् और विद्यार्थी उपस्थित रहे।