आवाज़ ए हिमाचल
बबलू सूर्यवंशी, लंज/शाहपुर। यह धरती ही हमारा घर है और हमें इसे हर हालत में बचाना है। हर साल विश्व पर्यावरण दिवस इसलिए मानाया जाता है, जिससे हम पर्यावरण की सुध लें और इसे बचाने के लिए और अपनी धरती का आस्तित्व बनाए रखने के लिए पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास करें। पर्यावरण को बचाने के लिए लगातार प्रयासों की जरूरत है और विश्व पर्यावरण दिवस सभी में जागरुकता फैलाने का कार्य करता है। आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के पर्यावरण सुधारों के लिए आयोजित किए जाने वाले विश्व पर्यावरण सम्मेलन में चर्चा के बाद हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है।
इसी कड़ी में राजकीय महाविद्यालय लंज जिला कांगड़ा में आज राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस दौरान नारा लेखन और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता करवाई गई और एक रैली का आयोजन भी किया गया। इस दौरान पर्यावरण को बचाने के लिए लोगों को जागरूक किया गया।
इस दौरान बताया गया कि स्वच्छ पर्यावरण से ही स्वस्थ मानव जीवन संभव है। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पर्यावरण को संरक्षित करना जरूरी है। इसके लिए पौधे लगाने के साथ ही उन्हें बचाने की भी जरूरत है। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई से वनों के संरक्षण पर खतरा मडराने लगा है। पौधरोपण किया जा रहा है लेकिन पूरी तरह से उसे संरक्षित नहीं किया जा रहा है। साथ ही पेड़ों की कटाई को भी रोकने की जरूरत है।
इस मौके पर प्राचार्य डॉ. बृजिंदर भूषण, रविंद्र डोगरा, रघुवीर सिंह पंकेश कुमार और दीप सिंह उपस्थित रहे।