आवाज ए हिमाचल
शाहपुए। हिमाचल प्रदेश दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान पठानकोट ब्रांच की ओर से 5 दिवसीय श्रीकृष्ण कथामृत का भव्य आयोजन किया जा रहा है। द्वितीय दिवस की सभा का शुभारम्भ प्रभु चरणों में ज्योति प्रज्वलित करके किया गया, जिसमें विशेष तौर पर कमल शर्मा, राकेश कथुरिया, डॉक्टर आरके भंडारी, राजेश महाजन, बादल कौशल, पंडित सुदर्शन शर्मा आदि शामिल हुए।
इस मौके पर श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या कथा व्यास साध्वी सुश्री सौम्या भारती ने भगवान कृष्ण के जन्म एवं उनके जीवन की लीलाओं के भीतर छिपे हुए आध्यात्मिक रहस्यों को उजागर किया। उन्होंने कहा कि प्रभु का जन्म रात्रि के समय हुआ जो हम सब के लिए एक सन्देश है कि जब मैं प्रकट होता हूँ, तो अज्ञान रूप अंधकार हट जाता है और जब प्रभु का अवतरण हमारे घट मे होता है तो हमारे भीतर का अज्ञान भी मिट जाता है। ज्ञान रूपी प्रकाश प्रकट हो जाता है। प्रभु का जन्म कारागार में हुआ। यह कारागार हमारे मानव तन का प्रतीक है, जिसमें ईश्वर का वास है। लेकिन माया की नींद में सोए होने के कारण हम उनका दर्शन नहीं करपाते। इसलिए जब तक हम माया के पाश से बाहर नही आ जाते तब तक प्रभु दर्शन नही हो सकता और दर्शन किए बिना मोक्ष की प्राप्ति नहीं हो सकती। उन्होनें बताया कि माता देवकी जी ने अपनेघट में जिस प्रकार प्रभु के चतुर्भुज रूप में दर्शन किए। ठीक इसी प्रकार हम भी अपने भीतर ऐसा अनुभव पूर्ण सतगुरु की कृपा से कर सकते हैं।
भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव पर बाल रूप कृष्ण की झाँकी देखकर एंव सुमधुर भजनों को सुनकर भक्तगण आह्लादित हो उठे | भक्तों ने कृष्ण जन्मोत्सव को खूब नाच कर एंव झूमकर मनाया |
कार्यक्रम में अन्य साध्वी बहने साध्वी पुण्या भारती , साध्वी हरिता भारती जी एवं साध्वी निर्मल ज्योति भारती जी ने सुमधुर भजनों के गायन से उपस्थित भगवत प्रेमियों को आनंद विभोर किया। कथा का समापन प्रभु की पावन आरती से किया गया और सभी संगत ने बाद में प्रसाद व भोजन भी ग्रहण किया ।