12 जुलाई को बोह घाटी में मलबे में दबने से हुई थी 10 लोगों की मौत
आवाज़ ए हिमाचल
शाहपुर, 6 अप्रैल। विधानसभा क्षेत्र शाहपुर की वोह घाटी में 12 जुलाई को आई आपदा के कारण मलबे में दबने से 10 लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान एनडीआरएफ और पुलिस के पहुंचने से पहले अपनी जान पर खेलकर 4 चार लोगों की जान बचाने वाले वोह घाटी के सुनील जरियाल को जिला प्रशासन की ओर से सम्मानित किया गया है।
सुनील को ये सम्मान 1905 में आए भूकंप में मारे गए लोगों को श्रद्धांजली देने के लिए करवाए गए समारोह में एडीएम की ओर से दिया गया। इस बेहतर कार्य के लिए सुनील को पहले भी जिला प्रशासन की ओर से भी सम्मानित किया गया है।
इस दौरान सुनील जरियाल को जिला प्रशासन की ओर से इस बेहतर कार्य के लिए एक प्रशस्ति पत्र भी दिया गया है। सुनील कुमार जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कांगड़ा द्वारा आपदा तत्परता एवं प्रतिक्रिया में प्रशिक्षित किए गए एक स्वयंसेवक हैं। सुनील ने 12 जुलाई, 2021 को बोह घाटी (कांगड़ा) में आई बाढ़ और भूस्खलन में एक क्षतिग्रस्त ईमारत में जाकर चार लोगों की जान बचाई थी। इनके द्वारा किए गए इस कार्य के लिए जहां लोग तारीफ कर रहे हैं वहीं पीडितों के परिजन उन्हें ढेरों शुभाशीश भी दे रहे हैं।
अभी तक नहीं भूल पाए तबाही का को मंजर
12 जुलाई को विधानसभा क्षेत्र शाहपुर की वोह घाटी में हुई आपदा के समय जहां घाटी में चीख पुकार मची हुई थी तो उस समय सुनील जरियाल गांव वालों के साथ मलबे में दबे लोगों को निकालने में लगे हुए थे। उन्होंने अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए भूस्खलन में एक क्षतिग्रस्त ईमारत में जाकर चार लोगों को जिंदा मौत के मुंह से निकाला था। सुनील बताते हैं कि वह अभी तक वह तबाही का मंजर नहीं भूल पाए हैं। उन्हें इस बात का अभी भी मलाल है कि वह कुछ लोगों को नहीं बचा पाए। वो घड़ी याद करते हुए उनके जख्म फ़िर हरे हो जाते हैं।