आवाज़ ए हिमाचल
ब्यूरो, शाहपुर।
9 जून। सिविल अस्पताल शाहपुर का हाल बेहाल है। बुधवार को अस्पताल में तैनात एक डॉक्टर एमरजेंसी वार्ड को प्रशिक्षु चिकित्सकों के हवाले छोड़कर खुद करीब 3 घँटे तक गायब रहा। हैरत भरी बात यह कि डॉक्टर ने आते ही न केवल मरीज व उनके साथ आए तामीरदारों से दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया बल्कि झूठा पुलिस केस करने की धमकी देकर डराने का प्रयास भी किया गया। यह डॉक्टर पहले भी इस तरह का व्यवहार मरीज से कर चुके हैं तथा मरीज के परिजन इसकी शिकायत शाहपुर एसडीएम से कर चुके हैं।
दरअसल, बुधवार को एक अज्ञात कार चालक ने मंझग्रा में पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर पैदल चल रही शाहपुर कालेज की एक छात्रा को टक्कर मारकर घायल कर दिया। घायल छात्रा को अन्य छात्राएं एक व्यक्ति की गाड़ी में शाहपुर अस्पताल ले आई। घायल छात्रा को करीब पौने एक बजे एमरजेंसी वार्ड में लाया जा चुका था, लेकिन उसका उपचार मुख्य डॉक्टर की बजाए प्रशिक्षु डॉक्टर ही करते रहे। प्रशिक्षु डॉक्टरों के कहने पर एक्सरे व अल्ट्रासाउंड करवाने के बाद परिजनों ने घायल छात्रा को ओपीडी में बैठे एक डॉक्टर को चेक करवाया। एक्सरे व अल्ट्रासाउंड में घायल छात्रा की नाक में थोड़ा फेक्चर व लिवर में चोट पाई गई, जिस पर ओपीडी में बैठे डॉक्टर ने उन्हें तुरंत टांडा अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। घायल छात्रा को अभी गाड़ी में बैठाकर टांडा ले जाने की तैयारी ही कि जा रही थी कि एमरजेंसी में तैनात डॉक्टर भी ड्यूटी पर पहुंच गया। पुलिस कर्मी जब एमएलसी के लिए डॉक्टर के पास गए तो वे यह कहते हुए भड़क उठे कि मरीज जब एमरजेंसी में था तो दूसरे डॉक्टर ने उन्हें रेफर कैसे कर दिया।
परिजनों ने जब डॉक्टर को उनके एमरजेंसी में न होने की बात कही तो वे और भड़क गए तथा दुर्व्यवहार पर उतर आए। डॉक्टर ने मरीज को चेक करने से मना करते हुए परिजनों के साथ तूं तड़क शुरू कर दी तथा लड़ने के लिए कुर्सी से उठ गए। इस दौरान परिजनों के साथ भी उनकी खूब बहसबाजी हुई। डॉक्टर ने एमएलसी काटने से भी इंकार कर दिया तथा परिजनों के खिलाफ झूठी शिकायत देकर अंदर करवाने की धमकी तक दे डाली।
चिकित्सक के अभद्र व्यवहार की शिकायत जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. गुरदर्शन गुप्ता तथा स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल से भी की गई है।
द्रम्मनाला पंचायत के उप प्रधान की बेटी व आवाज़ ए हिमाचल मीडिया ग्रुप के चेयरमैन की भानजी है घायल युवती
एक्सीडेंट में घायल युवती के पिता चंबा ज़िला की ग्राम पंचायत द्रम्मनाला के उप प्रधान नरोत्तम सिंह व आवाज़ ए हिमाचल मीडिया ग्रुप के चैयरमैन तथा वरिष्ठ पत्रकार आशीष पटियाल की भांजी है। लोगों का कहना है कि अगर जन प्रतिनिधियों व पत्रकारों के साथ ही डॉक्टर का ऐसा व्यवहार है तो आम लोगों के साथ क्या किया जाता होगा। लोगों ने डॉक्टर के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
पहले भी कर चुका है अभद्र व्यवहार
यह चिकित्सक पहले भी रोगियों व उनके तीमारदारों से अभद्र व्यवहार कर चुका है, जिसकी शिकायत बीएमओ तथा एसडीएम से की जा चुकी है।
क्या कहते हैं सीएमओ
इस संदर्भ में जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा डा. गुरदर्शन गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि शिकायत मिलते ही जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं।जांच के बाद सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
छुट्टी पर हैं बीएमओ
खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ एचपी सिंह के छुट्टी पर होने के कारण जब एसएमओ डा. सुनील से सम्पर्क किया तो उन्होंने बताया कि वे एक विभागीय बैठक में थे जिस कारण मामला उनके ध्यान में नहीं है।
डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो धरना प्रदर्शन करेगी कांग्रेस: केवल पठानिया
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव केवल पठानिया ने इस बारे हेल्थ सचिव से बात कर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर का इस तरह का व्यवहार सही नहीं है। सरकार डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे, अन्यथा कांग्रेस अस्पताल में धरना प्रदर्शन करेगी।