आवाज़ ए हिमाचल
बबलू गोस्वामी, नादौन। विगत 2 वर्षों से शास्त्री पोस्ट कोड-813 के तहत संस्कृत अध्यापक पद के लिए चयनित-उम्मीदवार अभी तक विद्यालयों में ज्वाइनिंग नहीं कर पाने से उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं। विदित रहे कि विगत 20 दिसंबर, 2020 को शास्त्री पोस्ट कोड- 813 के तहत परीक्षा का आयोजन किया गया, जिसका परिणाम 1 साल बाद 23 दिसंबर, 2021 को घोषित किया गया। परीक्षा परिणाम घोषित होने के उपरांत भी कई कारणों से सितंबर माह के अंत में उम्मीदवारों को विद्यालयों में ज्वाइनिंग के आदेश प्राप्त हुए; इस लंबी अवधि के दौरान कुछ वरिष्ठ बैच वाइज ही विद्यालयों में प्रवेश पा चुके थे अतः अक्तूबर माह में वेटिंग लिस्ट में इंतजार कर रहे उम्मीदवारों को ज्वाइनिंग के आदेश प्राप्त हुए।
इसी क्रम में 12 अक्तूबर को शास्त्री पोस्ट कोड-813 की वेटिंग पैनल से 06 उम्मीदवारों का चयन मंडी जिले के लिए हुआ था, परंतु 14 अक्तूबर से राज्य में आदर्श आचार संहिता प्रारम्भ हो गई और इन लोगों को ज्वाइनिंग नहीं मिल पाई थी। इसके उपरान्त जिला हमीरपुर, चंबा, ऊना, शिमला, बिलासपुर, कुल्लू में भी बेटिंग पैनल के माध्यम से उम्मीदवार चयनित हुए। राज्य में 8 दिसम्बर से आचार संहिता समाप्त होने पर भी इन चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र नहीं मिल पाए हैं। जब भी ये उम्मीदवार अपने- अपने जिला-निदेशक से इस बारे में बात करते हैं तो यही कहा जाता है कि सरकार ने नियुक्ति के लिए रोक लगा रखी है। उत्पीड़न झेल रहे उम्मीदवारों रमन, प्रशांत, नवीन, मनीषा, अति देवी, नरेशा, अंजलि, पूनम इत्यादि ने माननीय मुख्यमंत्री एवं उप-मुख्यमंत्री से करबद्ध निवेदन किया है कि वे इस मामले पर कड़ा संज्ञान लेकर नियुक्ति पत्र के लिए संबंधित विभाग को आदेश दें, ताकि विगत 2 वर्षों से भटक रहे उम्मीदवारों के साथ न्याय हो सके।