शांता कुमार बोले,आजाद देश की राजनीति केवल कुर्सी के लिए रह गई है और इस हवा में मेरी पार्टी भी चल पड़ी है

Spread the love

आवाज़ ए हिमाचल

23 मार्च।पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि भगवान राम का मंदिर बनाने से कुछ नहीं होगा, उनके आदर्श भी अपनाने होंगे। सिद्धांत की राजनीति लानी होगी। भगवान करे मेरे देश के सब नेताओं को सद्बुद्धि मिले और यह राजनीति देश के लिए हो। कांगड़ा जिले के पालमपुर में एक कार्यक्रम में पूर्व सीएम ने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा कि गुलाम देश की राजनीति देश के लिए थी, आजाद देश की राजनीति केवल कुर्सी के लिए रह गई है और इस हवा में मेरी पार्टी भी चल पड़ी है।प्रदेश की मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति को लेकर बोले, जो कुछ हो रहा है उस पर वह कुछ बोल नहीं पा रहे हैं, न कुछ बोलूंगा। लेकिन आप बहुत आग्रह करोगे तो हो सकता है मेरी आंखों से कुछ आंसू निकल आएं, शब्द मेरे पास नहीं हैं। कहा कि 1951 से भारतीय जनसंघ और फिर जनता पार्टी और फिर भारतीय जनता पार्टी में जीवन के 70 वर्ष लगाए। उन्हें पार्टी और देश ने बहुत कुछ दिया। आज 90 वर्ष की आयु में पीछे मुड़कर देखता हूं सोचता हूं, क्यों हमारी पार्टी के पास क्या कुछ भी नहीं था। पुलिस की लाठियां खाते, चुनाव लड़ते थे तो जमानत जब्त होती थी।खबर कहीं लगती नहीं थी, लेकिन उस वक्त मेरी पार्टी के पास तीन चीज थी। एक समर्पित कार्यकर्ता, देशभक्ति की विचारधारा और मूल्य आधारित राजनीति। तीन बातों के कारण उस वक्त की दुनिया की सबसे छोटी पार्टी को मेरे देश की जनता ने एक बड़ी बनाया। शांता कुमार ने कहा कि जिस कारण भाजपा यहां तक पहुंची हमें उन बातों को नहीं छोड़ना चाहिए। परिस्थितियां तो नहीं बदलती मनुष्य ही परिस्थितियों को बनाता और बदलता है। शांता कुमार ने कहा कि सत्ता में रह कर सता छोड़ी, जेल में भी रहा और दो बार मुख्यमंत्री रहा, केंद्र में मंत्री रहा, लेकिन सिद्धांतों की राजनीति को नहीं छोड़ा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *