आवाज़ ए हिमाचल
ब्यूरो,सोलन
08 दिसंबर।शहीद बिलजंग गुरुंग (29) को सैन्य व राजकीय सम्मान के साथ मंगलवार को सुबाथू के रामबाग में अंतिम विदाई दी गई। गुरुंग भारतीय सेना में 14 जीटीसी में 3/1 जीआर के जवान थे। सियाचिन के ग्लेशियर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बर्फ की गहरी खाई में गिरने से वह शहीद हो गए थे। मंगलवार को सुबाथू के रामबाग में पूरे विधि विधान के साथ सेना के धर्मगुरु ने नेपाल से पहुंचे शहीद के परिजनों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार करवाया। 12.55 बजे सेना वाहन में शहीद के पार्थिव शरीर को लाया गया तो हर आंख नम हो गई।घर के चिराग को तिरंगे में लिपटा देख परिजनों की चीख-पुकार से पूरा माहौल गमगीन हो गया।
शहीद की मां लाडले को जगाने की कोशिश करती रहीं और फिर बेसुध हो गईं। शहीद की अंतिम यात्रा में 14 जीटीसी के ब्रिगेडियर एचएस संधू, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल, एसडीएम अजय कुमार, डीएसपी परवाणू सहित सेना व जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। शहीद के पिता लोकराज गुरुंग ने मुखाग्नि दी। इस दौरान सेना की एक टुकड़ी ने हवा में फायर कर शहीद को सलामी दी। मंत्री सैजल ने कहा कि देश ने एक बहादुर सिपाही खोया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शहीद बिलजंग गुरुंग की कुर्बानी पर शहीद व उनके परिजनों को नमन करती है।
मुख्यमंत्री ने बिल्जन गुरंग के निधन पर शोक व्यक्त किया
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने भारतीय सेना के जवान बिल्जन गुरंग के निधन पर शोक व्यक्त किया है, जो सियाचिन ग्लेशियर में अपना कर्तव्य निभाते हुए शहीद हो गए। सोलन जिला के सुबाथू में आज राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने और शोक संतप्त परिजनों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।