सरकार को भेजी फाइल
आवाज़ ए हिमाचल
बिलासपुर, 14 फरवरी। विश्वविख्यात शक्तिपीठ श्री नयनादेवी जी को अब टूरिज्म की दृष्टि से भी विकसित किया जाएगा। मंदिर न्यास की ओर से विदेशों की तर्ज पर स्काई ग्लास वॉक ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। इससे यहां धार्मिक के साथ अन्य गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। जिला प्रशासन ने सरकार को मंजूरी के लिए फाइल भेज दी है।
फॉरेस्ट कंजर्वेशन एक्ट (एफसीए) प्रक्रिया भी पूरी की जा रही है। इस पुल की लंबाई 70 फीट और चौड़ाई 15 फीट होगी। मंदिर की गुफा के पास बनने वाला यह ब्रिज लोगों के आकर्षण का केंद्र होगा। 5 करोड़ 9 लाख रुपये की लागत से बनने वाले इस ब्रिज में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।
इस पुल को दिल्ली की एक निजी फर्म ने डिजाइन किया है, जिसे रेपोडेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन शिमला ने इस प्रोजेक्ट के लिए हायर किया है। इस पुल को बनाने का खर्च मंदिर न्यास करेगा।
इससे पहले बिहार के नालंदा जिले में ऐसा पुल बना है, लेकिन किसी ने कभी सोचा नहीं था कि बिलासपुर में पर्यटकों को विदेशों जैसा ग्लास ब्रिज मिलेगा। पर्यटक इस पर चढ़कर गहरी खाई का नजारा बगैर किसी खतरे के उठा सकते हैं।
बिलासपुर के उपायुक्त पंकज राय का कहना है की इस ब्रिज का निर्माण मंदिर न्यास के पैसे से किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट की फाइल मंजूरी के लिए सरकार को भेजी गई है। अप्रूवल मिलने के बाद अन्य प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी। आगामी एक साल में इसे तैयार करने की कोशिश की जा रही है।