आवाज ए हिमाचल
04 दिसंबर।विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 की बीमारी से निपटने के लिए पूरी तरह से सजग है तथा पूर्ण सजगता के साथ इस दिशा में कार्य किया जा रहा हैै। सभी लोगों की कोविड-19, तपेदिक, कुष्ठ रोग, डायबिटीज़, हाई ब्लड प्रेशर इत्यादि रोगों के लक्षणों के प्रति स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा घर घर जाकर मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से जानकारी एकत्रित की जा रही है तथा कोविड के लक्षण पाए जाने पर सेंपल भी एकत्रित किए जा रहे हैं।शुक्रवार को धर्मशाला में जिला के उच्चाधिकारियों से बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि यह अभियान स्वास्थ्य विभाग, आयुर्वेद विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायती राज तथा जिला प्रशासन और अलग अलग गैर सरकारी संस्थानों के सामूहिक सहयोग से चलाया जा रहा है। इस अभियान के लिए जिला कांगड़ा में 1843 टीमें गठित की गई हैं तथा प्रत्येक टीम में दो-दो सदस्य शमिल किये गये हैं। उन्होंने कहा कि किसी को भी कोविड-19 के लक्षण जैसे नजला, जुकाम, खांसी, बुखार, स्वाद या सूंघने की शक्ति में बदलाव, सांस लेने इत्यादि में तकलीफ़ इत्यादि हो तो वे लोग अपनी जानकारी घर द्वार पर आने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को अवश्य बताएं एवं आवश्यकतानुसार अपनी जांच भी करवाएं इसी प्रकार यदि किसी को शुगर, ब्लड प्रेशर, दमा इत्यादि की बीमारी है तो वे भी अपनी जानकारी अवश्य दें ताकि ऐसे सभी लोगों की विशेष तौर पर निगरानी की जा सके।उन्होंने कहा कि अभियान के माध्यम से यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि जितने भी कोविड-19 के मरीज हैं उनकी टीबी के लिए जांच की जाए एवं जितने टीबी के मरीज हैं उनकी कोविड-19 के लिए भी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय समय सीमा से पहले राज्य से तपेदिक को खत्म करने का लक्ष्य निर्धारित किया है इस के लिए मुख्यमंत्री क्षय रोग निवारण कार्यक्रम आरंभ किया गया है।
परमार ने कहा कि केन्द्र और प्रदेश की सरकार इस महामारी को रोकने तथा लोगों की सुरक्षा के लिए व्यापक स्तर पर काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इस महामारी से बचने के लिए सरकार के निर्देशों का पालन करना अति आवश्यक है तथा सामाजिक दूरी बनाए रखने में ही हम सबकी सुरक्षा है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट से निपटने के लिए प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल के विभिन्न जिलों में कोविड-19 संक्रमण के मामलों के लगातार बढ़ने के बाद जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सख्ती के दायरे को और भी बढ़ा दिया है। सामाजिक आयोजन के लिए प्रशासन से आयोजन के लिए अनुमति लेने का प्रावधान कर दिया गया है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सभी आयोजनों के लिए प्रतिभागियों की संख्या 50 तक निर्धारित कर दी गई है। इससे पहले शादी समारोह में भोजन बनाने वाले कैटरिंग स्टाफ के सदस्यों की 96 घंटे पहले कोविड-19 की नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य रूप से होने के आदेश जारी किए गए थे।
इससे पहले उपायुक्त राकेश प्रजापति ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कांगड़ा जिला में कोविड-19 से बचाव के लिए उठाए गए कदमों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के प्रोटोकॉल की अनुपालना करने के लिए लोगों को नियमित तौर पर जागरूक किया जा रहा है। सीएमओ डॉ. गुरूदर्शन ने कांगड़ा जिला में कोविड-19 के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक विमुक्त रंजन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
इसके उपरांत विधानसभा अध्यक्ष ने क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला का दौरा किया। इस दौरान उन्होेंने वीडियो काफ्रेंसिंग के माध्यम से अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में उपचाराधीन रोगियों से उनका कुशल क्षेम जाना उन्होंने मरीज़ों से कोविड केयर सेंटर में उपलब्ध करवाई जा रहे ईलाज और सुविधाओं की भी जानकारी ली।