आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। बजट सत्र के पहले दिन विधायक निधि बहाल करने पर बरपे हंगामे के बीच विपक्ष ने वाकआउट कर दिया। विपक्ष ने नियम 67 के तहत विधायक निधि पर चर्चा के लिए प्रस्ताव रखा था। काम रोको के तहत यह प्रस्ताव विधानसभा अध्यक्ष को साढ़े नौ बजे सौंपा गया था। शोकोदार के ठीक बाद विधायक विपिन परमार ने नियम 67 के तहत इस विषय पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया। इस बीच सदन में खूब हंगामा हुआ।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि विधायक निधि का इस्तेमाल विधायक जनभलाई के लिए करते हैं और पूर्व सरकार ने इसके लिए पिछले बजट में प्रावधान किया था। दो करोड़ रुपए विधायकों को मिलने थे। इनमें से तीन किस्तें मिल चुकी हैं जबकि एक किस्त आनी बाकी है। इस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश की मौजूदा आर्थिक हालत ठीक नहीं है। जैसे ही स्थिति सुधरेगी विधायक निधि बहाल कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि विधायक निधि को बंद नहीं किया गया है बल्कि उसे रोका गया है। इस जबाव से विपक्ष संतुष्ट नहीं हुआ और नारेबाजी के साथ वाकआउट कर दिया।