विधायक केवल पठानिया से मिला हिमालयन गद्दी यूनियन का प्रतिनिधिमंडल, रखी ये मांग

Spread the love

आवाज ए हिमाचल

बबलू सूर्यवंशी, शाहपुर। हिमालयन गद्दी यूनियन का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को यूनियन के अध्यक्ष मोहिंदर सिंह की अध्यक्षता में विधानसभा क्षेत्र शाहपुर से नवनिर्वाचित विधायक केवल सिंह पठानिया से उनके रैत स्थित कार्यालय में मिला। इस दौरान उनके साथ मुख्य रूप से पूर्व पंचायत प्रधान कनोल निर्मल, पूर्व उप प्रधान कनोल नंद लाल, भजन दास, राजकुमार, हेम राज मुख्य रूप से मौजूद रहे।

इस अवसर पर सबसे पहले यूनियन के समस्त पदाधिकारियों और सदस्यों ने केवल पठानिया को उनके जीतने पर बधाई दी और उन्हें साल व टोपी पहना कर सम्मानित किया। इसके बाद उन्होंने लंबे समय से चली आ रही उनकी एकमात्र मांग गद्दी समुदाय की वंचित 6 उप जातियों के साथ गद्दी शब्द जोड़ने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि इस मांग को लेकर कई सालों से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी भी सरकार ने उनकी यह मांग पूरी नहीं की।

मोहिंदर सिंह ने पठानिया को बताया कि अब तक गद्दी समुदाय की 13 उप-जातियों में से 7  के साथ गद्दी शब्द जोड़ा गया है, जबकि छह को पूरी तरह से वंचित रखा गया है। जिसके कारण वर्षों से राजस्व रिकार्ड की गलती को सुधारने की मांग उप-जातियों की ओर से उठाई जा रही है। गद्दी समुदाय की वंचित छह उपजातियों के साथ अन्याय किया जा रहा है, जिसमें हाली, सिप्पी, वाडी, ढोगरी, रिहाड़े व लोहार शामिल हैं। इसमें कोई फेलबदल नहीं है हिमाचल में गद्दी समुदाय की सिर्फ 25 फीसदी उपजातियों के साथ गद्दी शब्द पूर्णतः ही जुड़ा हुआ है, जबकि 75 फीसदी के साथ ये शब्द राजस्व अभिलेख में लगने या लिपिकीय त्रुटि के कारण किन्हीं करणों से छूट गया है। यह मात्र करेक्शन का मामला है।

उन्होंने कहा कि इन लोगों की और हमारी एक ही वेशभूषा है। एक ही तरह के धार्मिक रिवाज हैं। मरने-जीने में एक ही तरह की रस्में अदा की जाती हैं। जो हमारा चोलु, टोपु, पुरुषों का पहनावा है और महिलाओं का लुआंचडी, डोरा है वहीं ये लोग भी पहनते हैं और हमारी भाषा भी एक है तो फिर इसमें भिन्नता क्यों है? अन्याय क्यों है? 1867 के रिवाइजड सेटलमेंट रिकॉर्ड  में इन उप जातियों की पुष्टि है। काँगड़ा गजेटियर 1924-25 में इन उपजातियों का पूरा वर्णन है। पूर्व भाजपा सरकार ने भी जिलाधीश कांगड़ा व जिला के सभी उपमंडल अधिकारियों के माध्यम से इस मामले की छानबीन करवाई है, जिसमें भी पाया गया है की इन उप जातियों के साथ गद्दी शब्द जुड़ना उचित है। इस दौरान विधायक केवल पठानिया ने यूनियन को आश्वासन दिया कि उनकी इस मांग को जल्द से जल्द अमलीजामा पहनाया जाएगा।

इस मौके पर नंद लाल उप प्रधान सल्ली पंचायत, राजिंद्र सिप्पी, संजय भारद्वाज, भिंदर कुमार, किशन अत्री, दीपक आजाद, पूर्व प्रधान दरगेला पंचायत राजू, भुट्टो, मंगत राम सहित यूनियन के अन्य पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *