आवाज ए हिमाचल
16 जून। विजिलेंस ने ठियोग स्थित राजकीय डिग्री कॉलेज में 1.82 करोड़ की लागत से बने एससी-एसटी ब्वॉयज हॉस्टल के निर्माण में हुए घोटाले की शिकायत पर एक ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। माना जा रहा है कि जल्द मामले में भवन निर्माण करने वाली एजेंसी हिमुडा के कुछ अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। हॉस्टल का निर्माण हिमुडा ने ठेकेदार से करवाया था। प्रारंभिक जांच में ठेकेदार और हिमुडा के अफसरों की मिलीभगत सामने आई है।
दरअसल, राज्य विजिलेंस ब्यूरो को पिछले साल फरवरी में एक शिकायत मिली थी। इसमें ठेकेदार और हिमुडा के अधिकारियों की मिलीभगत से हॉस्टल के निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान न रखने के आरोप लगाए गए थे।मामले की जांच विजिलेंस की दक्षिण रेंज की टीम ने की और जांच के आरोप सही पाए गए। जांच के दौरान पता चला कि ठेकेदार गिरीश गुप्ता को नेगोसिएशन कमेटी ने डेढ़ साल में हॉस्टल निर्माण करने के लिए 1.82 करोड़ के काम के बदले 2.05 करोड़ दिए, जिसमें 1.95 करोड़ का सिविल वर्क शामिल था।
पता चला कि दस्तावेजों में ठेकेदार और हिमुडा के अधिकारियों ने मिलीभगत कर गलत आंकड़े भी दर्ज किए, जिसकी वजह से ठेकेदार को सरकारी खजाने से 1.81 करोड़ का गलत पैसा जारी किया गया। जांच रिपोर्ट में ठेकेदार के अलावा हिमुडा के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की गई। रिपोर्ट के आधार पर ब्यूरो ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है।