आवाज़ ए हिमाचल
धर्मशाला, 5 फरवरी। जिला कांंगड़ा के जसूर स्थित गांव छतरोली निवासी विख्यात कवि, साहित्यकार और विचारक नवीन हल्दूणवी का निधन हो गया है। वह कुछ समय से गंभीर बीमारी से ग्रसित थे। उनकी बेहतरीन मंच संचालन के तौर पर भी एक विशेष पहचान रही है। एक दिन पहले ही उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर दो साल पहले लिखी कविता “मुकी गे गीत” की पोस्ट को शेयर किया था। लेकिन एक दिन बाद वह इस दुनिया को छोड़ कर चले गए।
नवीन हल्दूणवी जिला कांगड़ा में बने पौंगबांध जिसे किसी जमाने हल्दून घाटी के नाम से जाना जाता था, वहां के निवासी रहे हैं। यही कारण है कि वह अपने नाम के साथ हल्दूणवी लगाते थे। पहाड़ी भाषा के संरक्षक का इस तरह चले जाना बहुत दुखद है। उनकी बेटी प्रतिभा ने फेसबुक पर पोस्ट डालकर इसकी पुष्टि की है।
नवीन हल्दूणवी का असल नाम विशंभर शर्मा पुत्र रत्न लाल शर्मा है। उनका जन्म हल्दून घाटी पौंग डैम एरिया में हुआ था। बाद में हल्दून घाटी पौंग डेम की निर्माण की जद में आ गई। नवीन हल्दूणवी पेशे से हिंदी भाषा के अध्यापक रहे थे। शिक्षक होने के साथ साथ उनकी पहाड़ी भाषा में भी बहुत अच्छी पकड़ रही। इसी के चलते उन्होंने पहाड़ी भाषा में कई साहित्य व कविता संग्रह लिखे।