आवाज ए हिमाचल
24 जनवरी।लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने धर्मशाला में कैबिनेट मीटिंग के बाद पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि उनके पिता वीरभद्र सिंह ने बतौर सीएम शीतकालीन प्रवास की शुरुआत वर्ष 1993 में की थी। इसके बाद धूमल सरकार में भी शीतकालीन प्रवास की रिवायत को निभाया गया, क्योंकि यह महत्वपूर्ण है।जिला कांगड़ा में विधानसभा भवन भी बनाया गया, ऐसे में मेरा मानना है कि अपर और निचले हिमाचल में गैप बनाने की जो बातें कही जाती हैं, ऐसा कुछ भी नहीं है, हमारे लिए सभी इलाके बराबर हैं।उन्होंने कहा कि कुछ चीजें राजनीति से हटकर और राजनीति से ऊपर होती हैं।
उन्होंने कहा कि शीतकालीन प्रवास बहुत जरूरी होते हैं, यह जरूरी नहीं है, इन्हें सर्दियों में ही करना है, यह कभी भी हो सकते हैं। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि समय-समय पर सरकार के प्रवास होने चाहिए, जिससे कि लोगों को अपने कार्यों के लिए शिमला न जाना पड़े। इस दौरान विक्रमादित्य ने धर्मशाला के फव्वारा चौक के चल रहे सौंदर्यीकरण के कार्य का भी निरीक्षण किया।लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शुक्रवार को धर्मशाला कैबिनेट शुरू होने से पहले शक्तिपीठ ज्वालामुखी के दर्शन करने पहुंचे। इस दौरान स्थानीय विधायक संजय रत्न भी उनके साथ मौजूद रहे। मंदिर न्यास सदस्य और पुजारी अविनेंद्र शर्मा ने उन्हें विधिवत पूजा-अर्चना करवाई।