आवाज ए हिमाचल
01 फरवरी। विजिलेंस ने पंजाब के गुरदासपुर से स्थानीय व्यक्तियों के कब्जे से हिमाचल के तीन वाहन बरामद किए हैं। इनमें एक आल्टो के-10 कार, एक बुलेट बाइक व स्कूटी शामिल है। इनके असल मालिक सोलन के जौणाजी के जसवंत, कंडाघाट निवासी राधाकृष्ण हैं। ये वाहन कई बार आगे बेचे गए हैं। वर्ष 2018 में मुख्य आरोपित जालंधर के निवासी रण्जीत सिंह कंग यह कहकर इन्हें पंजाब ले गया था कि वह इन्हें कंपनियों में ऊंचे किराये पर देगा। इससे वाहन मालिकों को नियमित आय होगी। आय तो हुई नहीं उल्टे ये वाहन कंग ने पंजाब में आगे सस्ते दामों में बेच दिए। दो वाहनों का फर्जीवाड़े के जरिये पंजाब में रजिस्ट्रेशन करवाया और नंबर भी पीबी आवंटित करवाया। जांच से पता चला है कि आल्टो कार की रजिस्ट्रेशन हिमाचल के ही कांगड़ा जिले के देहरा में हुई है। हालांकि वहां कोई फर्जीवाड़ा नहीं हुआ है। वहां यह सेकंड पार्टी के नाते की गई है। अभी एक और स्कूटी बरामद होनी बाकी है।
कल पेश होगा कोर्ट में
मुख्य आरोपित को विजिलेंस मंगलवार को सोलन के एक कोर्ट में पेश करेगी। अभी तक वह पुलिस रिमांड पर है। उसे पंजाब के जालंधर से गिरफ्तार किया गया था। हिमाचल के वाहनों को बरामद करने के लिए उसे पंजाब ले जाया गया था, वहां से टीम लौट आई है। अब एक और टीम दोबारा पंजाब जाएगी। सोलन के बाद आरोपित को शिमला लाया जाएगा। यहां के कई वाहनों को भी वह पंजाब ले गया है। गिरोह के बाकी सदस्यों को विजिलेंस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। इस संबंध में सोलन, शिमला विजिलेंस थाने मेंं तीन अलग- अलग मामले दर्ज हैं।