आवाज़ ए हिमाचल
30 अगस्त । वर्ष 2003 में हिमाचल प्रदेश में हुए बहुचर्चित कंडक्टर भर्ती गड़बड़झाले में नया खुलासा हुआ है। फोरेंसिक लैब जुन्गा से पूर्व आईएएस अफसर और तत्कालीन चार डीएम के हस्ताक्षर नमूनों की रिपोर्ट स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम के पास पहुंच गई है। जानकारी के अनुसार दस्तावेजों पर किए हस्ताक्षर संबंधित अधिकारियों के पाए गए हैं। सभी अधिकारियों के हस्ताक्षर का मिलान दस्तावेज से लिए नमूनों से हुआ है।
पुलिस जांच में इन अधिकारियों ने हस्ताक्षर न करने की बात कही थी। मामले में नए तथ्य सामने आने के बाद एसआईटी अब संबंधित अधिकारियों को दोबारा तलब करने जा रही है। इस मामले की छानबीन में भर्ती संबंधी दस्तावेजों में गड़बडि़यां पाई गई थीं। इसे मजबूत आधार बनाकर एसआईटी आरोपियों के खिलाफ तैयार की जाने वाली चार्जशीट में शामिल करेगी।
अक्तूबर 2019 में एसआईटी ने सभी अधिकारियों के हस्ताक्षर नमूने जांच के लिए भेजे थे। एसआईटी प्रमुख डीएसपी सिटी मंगत राम ने कहा कि तत्कालीन पांच अफसरों के हस्ताक्षर नमूनों की रिपोर्ट फोरेंसिक लैब से आ चुकी है। जांच में भर्ती संबंधी दस्तावेजों में गड़बडि़यां पाई गई हैं। हर पहलू पर तफ्तीश की जा रही है।