वन विभाग में खोले जाएंगे तीन कंट्रोल रुम,नर्सरियों की देखरेख को भी बनेगा अलग विंग

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आवाज़ ए हिमाचल

स्वर्ण राणा,नूरपुर

01 जून।युवा सेवाएं एवम खेल मंत्री राकेश पठानिया ने आज मंगलवार को नूरपुर (मलकवाल) से वर्चुअल माध्यम से वन विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ राज्य स्तरीय बैठक की और विभाग की विभिन्न गतिविधियों एवं योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की।
बैठक के उपरांत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते विभागीय गतिविधियों को जारी रखने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस बैठक का वर्चुअल आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि विभागीय कार्यों की समीक्षा के लिए लगातार एक सप्ताह तक मुख्यालय से लेकर मंडल स्तर तक के अधिकारिओं के साथ विभागीय बैठकों का क्रम जारी रहेगा।
उन्होंने बताया कि विभागीय गतिविधियों को बढ़ाने तथा कार्यों पर निगरानी रखने के लिए विभाग के सूचना तंत्र को और अधिक सशक्त तथा अत्याधुनिक बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि वनों में होने वाली विभिन्न गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए प्रथम चरण में शिमला, धर्मशाला तथा मंडी में आधुनिक किस्म के तीन नए आईटी कंट्रोल रुम खोले जाएंगे तथा चरणबद्ध तरीके से अन्य जिलों में भी ऐसे आईटी कंट्रोल रूम स्थापित करने के प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि विभागीय स्टाफ को चरणबद्ध तरीके से आईटी मैनेजमेंट की ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी ताकि उन्हें विभागीय गतिविधियों एवम कार्यों को अत्याधुनिक तरीके से चलाने में मदद मिल सके।
राकेश पठानिया ने बताया कि वन विभाग द्वारा अपनी एक अलग ऐप्प तैयार की जा रही है जिसके द्वारा फील्ड में तैनात विभागीय स्टाफ को जीपीएस के माध्यम से जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि इस सुविधा से फील्ड स्टाफ को आसानी से कार्य करने के अतिरिक्त विभागीय कार्य के दौरान आने वाली दिक्कतों के शीघ्र समाधान की सुविधा भी मिलेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार अपनी मूल्यवान वन संपदा को बचाने के प्रति गंभीर है तथा वन भूमि पर किसी भी अवैध गतिविधि को सहन नहीं किया जाएगा।
वन मंत्री ने बताया कि वर्तमान में विभाग के पास 37 कार्यों की रूपरेखा है, जिसमें से 23 कार्यों को तैयार किया जा चुका है तथा सात कार्यों को शीघ्र तैयार कर लिया जाएगा।

विभागीय नर्सरियों की देखरेख के लिए बनाया जाएगा अलग विंग

वन मंत्री ने बताया कि विभाग द्वारा वन नर्सरियों की उचित देखरेख तथा नई इकाईयां स्थापित करने के लिए तीन माह के भीतर एक अलग विंग बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन नर्सरियों में नई-नई किस्म के प्लांट तैयार कर विभागीय आमदन को बढ़ाया जायेगा। उन्होंने बताया कि इन नर्सरियों में पानी की उचित व्यवस्था करवाने के लिए स्टोरेज टैंक बनवाये जाएंगे। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों के साथ-साथ स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की आय को बढ़ाने तथा स्वरोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध करवाने के लिए उन्हें इस कार्य से जोड़ने के भी विभाग द्वारा प्रयास किए जाएंगे।इससे पहले, वन विभाग की प्रधान मुख्य अरण्यपाल डॉ सविता ने वन मंत्री का स्वागत किया तथा कोरोना काल के दौरान विभाग के अधिकारिओं के साथ वर्चुअल जुड़ने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा प्रदेश में जो कार्य शुरू किए गए हैं उन्हें वन मंत्री के मार्गदर्शन में समयबद्ध पूरा किया जाएगा।
वर्चुअल समीक्षा बैठक के दौरान विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारिओं के अतिरिक्त नूरपुर में डीएफओ विकल्प यादव तथा वन निगम नूरपुर के मंडलीय प्रबंधक सुमन औहरी भी उपस्थित रहे।

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