आवाज़-ए-हिमाचल
10 नवम्बर : भारत सरकार की जाइका परियोजना के तहत मंडी जिला में वन विभाग के माध्यम से 6 वर्षों के भीतर 75 करोड़ की राशि खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से इस वर्ष के लिए 8 करोड़ की राशि जारी की जा चुकी है|
यह जानकारी जाइका के चीफ प्रोजेक्ट डायरेक्टर नागेश गुलेरिया ने मंडी में दी| उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों के साथ जिला में जाइका के तहत चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा भी की|
नागेश गुलेरिया ने बताया कि मंडी जिला के द्रंग क्षेत्र के तहत आने वाली कटौला रेंज में परियोजना के तहत ग्रामीणों को पत्तल बनाने की मशीन स्थापित करके दी जाएगी, ताकि ग्रामीणों की आजीविका में बढ़ोतरी की जा सके|
नागेश गुलेरिया ने बताया कि इस परियोजना के तहत जिला के अधिक से अधिक ग्रामीणों को वनों के साथ जोड़कर आजीविका कमाने की तरफ प्रेरित करने का कार्य किया जा रहा है| इस वर्ष वन विभाग के मंडी सर्कल के तहत 90 माईक्रो प्लान बनाने की योजना है|
वहीं लोगों को प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम भी तय किया गया है| यह सारा खर्च जाइका परियोजना के तहत ही किया जाएगा| बैठक में मंडी सर्कल के चीफ कंजरवेटर ऑफ फारेस्ट एसके मुसाफिर, डीएफओ मंडी एसएस कश्यप, डीएफओ मुंशी राम और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे|