आवाज ए हिमाचल
12 मार्च। चहेते ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के मामले में चार्जशीट किए गए लोक निर्माण विभाग के 10 इंजीनियरों की फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय भेज दी गई है। इन्हें जवाब देने के लिए चार्जशीट दी गई है। इन्होंने खुद को बेकसूर बताया है। अब मुख्यमंत्री कार्यालय को इस पर फैसला लेना है। इन ठेकेदारों पर आरोप है कि नियमों को दरकिनार करते हुए डी क्लास के ठेकेदार का काम ए क्लास के ठेकेदार से करा दिया। नियमों में ऐसा नहीं किया जा सकता है।
सरकार का मानना है कि इन इंजीनियरों की ठेकेदार को लाभ पहुंचाने की मंशा रही होगी। इसके चलते यह काम किया गया है। इन इंजीनियरों में अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता शामिल हैं। इनमें करीब 3 इंजीनियर सेवानिवृत्त हो गए हैं, जबकि 2 हाल ही में रिटायर होने वाले हैं। सरकार की ओर से इनके वित्तीय लाभ रोके गए हैं। आरोप सिद्ध होने पर पेंशन भी कम रहेगी। प्रदेश सरकार की ओर से गठित जांच कमेटी ने इन इंजीनियरों की कार्यप्रणाली पर कई आरोप लगाए हैं।
इंजीनियरों से हो सकती है रिकवरी
सूत्रों का कहना है कि इन इंजीनियरों ने जिन ए क्लास के ठेकेदारों से डी क्लास के ठेकेदारों के काम कराए हैं। उसकी इन इंजीनियरों से रिकवरी भी हो सकती है या फिर इन पर पेनल्टी लगेगी। अब इसका फैसला उच्च अधिकारी लेंगे।