आवाज़ ए हिमाचल
शांति गौतम बीबीएन
10 दिसंबर। ऊर्जा राज्य कहे जाने वाले हिमाचल प्रदेश में बिजली तब गुल हो जाती है जब लोग थके हारे 12 घंटे की ड्यूटी लगाकर अपने घरों में पहुंचते हैं। उक्त बात उस समय चरितार्थ हुई जब बद्दी के न्यू टाउन में वीरवार को करीब दोपहर 1 बजे निजी कंपनियों में कार्य करने वाले कर्मचारी अपने घरों में दोपहर भोजन को लौटे तो बिजली गायब थी। यही नहीं जब बद्दी के न्यू टाउन में करीब सांय 7 बजे दोबारा कर्मचारी घर लौटे तो बिजली गुल थी। लोगों का कहना है कि ऊर्जा राज्य के जाने वाले प्रदेश में सरकार इन बिल्डरों पर क्यों शिकंजा नहीं कस रही है। लोगों का कहना है कि ड्यूटी करके घरों में पहुंचते हैं तो बिजली गुल पाई जाती है। यह करीब 4 माह से इस बिल्डर द्वारा लाखों रुपए का विल अदा न किए जाने के कारण हो रहा है।
लोगों ने बताया कि दिसंबर माह होने के कारण बच्चों की परीक्षाएं भी चल रही है ,यदि 24 घंटे उन्हें बिजली से दो चार होना पड़ेगा तो बच्चे क्या पढ़ाई करेंगे और उनके भविष्य का क्या होगा। लोगों ने बताया कि करीब 24 घंटे से बिजली न होने के कारण उन्हें न तो पीने का पानी मिल रहा है, न ही बिजली है। गौरतलब है कि बिल्डर ने करीब 4 माह से बिजली बोर्ड का करीब ₹ 20 लाख का बिल अदा नहीं किया है। विद्युत विभाग के अधिकारियों के अनुसार बिल्डर ने 20 लाख में से केवल ₹9 लाख अदा किए हैं तथा 11 लाख रुपए बाकी हैं। विभाग ने कहा है कि यदि बिल्डर बिल अदा नहीं करता है तो बिजली कटी रहेगी।
विद्युत बोर्ड के अधिशासी अभियंता रॉबिन बंसल ने बताया कि करीब 3 माह में वे 500 परिवारों का ख्याल करते हुए दो तीन बार न्यूट्रॉन की बिजली बहाल कर चुके हैं। बिल्डर द्वारा बिल अदा न किए जाने से उन्हें बिजली काटने पर विवश होना पड़ रहा है क्योंकि उन्हें शीर्ष अधिकारियों को भी जवाब देना पड़ता है ।लोगों ने मांग की है कि यदि बिल्डर ने इसी तरह तानाशाही रवैया अपना रखा तो वह बिल्डर को भगाकर यहां अपना साम्राज्य स्थापित कर देंगे। खबर लिखे जाने तक बिजली गुल थी।