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शिमला। अप्पर शिमला में ड्रग के काले कारोबार पर नकेल कसने के लिए पुलिस का अभियान सख्ती से जारी है। रोहड़ू और कोटखाई में शाही महात्मा औऱ रंजन गैंग का पर्दाफाश कर चुकी शिमला पुलिस को एक और कामयाबी मिली है। पुलिस के स्पेशल सेल ने रोहड़ू उपमण्डल में दो अंतरराज्यीय ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से चरस की खेप पकड़ी गई है।
उतराखण्ड के रहने वाले दोनों तस्करों को चिडग़ांव थाना क्षेत्र में गिरफ्तार किया गया है। बुधवार की शाम विशेष दल गोसांगो पुल के पास जिजेंडी कैंची में गश्त पर था, तभी संदिग्ध अवस्था में पाए जाने पर दो युवकों की तलाशी ली गई। इनके पास 5.530 किलोग्राम चरस बरामद हुई। आरोपियों की पहचान सोहन दास (57) और राजमोहन (34) के रूप में हुई है।
एसपी शिमला संजीव गांधी ने पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी चिडग़ांव में हुई है। उक्त आरोपी उतराखण्ड के उत्तरकाशी जिला के रहने वाले हैं और अंतरराज्यीय ड्रग रैकेट का हिस्सा हैं। इनके ख़िलाफ़ चिडग़ांव थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस इनके बारे में जांच करने में जुटी है।
बताते चलें कि अप्पर शिमला में बढ़ते ड्रग तस्करी के कारोबार को रोकने के लिए पुलिस लगातार शिकंजा कस रही है। हाल ही में पुलिस ने शाही महात्मा की अंतरराज्यीय ड्रग गैंग का पर्दाफाश किया है। इस गैंग को रोहड़ू निवासी शाही महात्मा उर्फ शशि नेगी चलता था। पुलिस उसे गिरफ्तार कर चुकी है। गैंग के लगभग दो दर्जन तस्करों को भी पुलिस ने गिरफ्त में ले लिया है। शशि नेगी पेशे से बागवान है और इसकी आढ़ में चिट्टा तस्करी को अंजाम दे रहा है।
पिछले कई सालों से उसने चिट्टा तस्करी का साम्राज्य खड़ा कर लिया था। जांच में खुलासा हुआ है कि उसकी गैंग वाट्सअप के जरिये रोहड़ू, जुब्बल और आसपास के इलाकों में चिट्टे की सप्लाई करती थी। इसके अलावा शिमला पुलिस ने अप्पर शिमला के कोटखाई में ड्रग तस्करी की रंजन गैंग का भी भंडाफोड़ किया है। दो दिन पहले इस गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें दो सगी बहनें शामिल हैं।