आवाज़ ए हिमाचल
17 मार्च। हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड के तहत आरंभ होने जा रही राज्य मुक्त विद्यालय की परीक्षाओं में बोर्ड की बड़ी लापरवाही सामने आई है। चौंकाने वाली बात यह है कि बुधवार से राज्य मुक्त विद्यालय की जमा दो की कक्षा के प्रैक्टिकल आरंभ हो रहे हैं, परंतु मंगलवार शाम तक बहुत सारे परीक्षार्थियों के रोल नंबर तक जारी नहीं किए गए हैं। इसको लेकर परीक्षार्थियों में असमंज की स्थिति बनी हुई है और परिजनों में भारी रोष है। बताते चलें कि इस बार से एसओएस ने साइंस विषय भी अपने सिलेबस में जोड़ा है। इसलिए बहुत सारे परीक्षार्थियों की प्रैक्टिकल परीक्षा बुधवार से आरंभ हो रही है। वहीं, 15 मार्च को दसवीं कक्षा के प्रैक्टिकल आरंभ हुए थे उस समय भी अव्यवस्था का ऐसा ही आलम देखने को मिला था। ऐसे में कई छात्र इस परीक्षा से वंचित भी रह गए। वहीं, लापरवाही बोर्ड द्वारा अब एक बार फिर दोहराई गई है। प्राप्त सूचना के अनुसार जिला हमीरपुर व जिला कांगड़ा से कई अभिभावकों ने अपनी व्यथा बताई है।
कई स्कूलों में परीक्षार्थियों ने जब परीक्षा भरी थी, तो वे अपना फोन नंबर देकर नहीं गए हैं, जिससे अब अध्यापकों को भी उन्हें कोई सूचना देना कठिन हो रहा है। गौर हो कि राज्य मुक्त विद्यालय परीक्षा के लिए प्रति विद्यार्थी करीब 3000 रुपए वसूलता है, जिसमें वह किसी भी तरह की पढ़ाई की सामग्री अभ्यार्थियों को उपलब्ध नहीं करवाता। इस बार करीब 7000 छात्र इस परीक्षा में बैठ रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर नेशनल ओपन स्कूल की फीस भी करीब इतनी ही है, परंतु वहां से छात्रों को पूरी सामग्री व अन्य सूचनाएं व्यवस्थित तरीके से पहुंचाई जाती हैं। अभिभावकों में इसी बात का रोष है कि फीस भरने के बावजूद उन्हें रोल नंबर लेने के लिए जगह जगह धक्के खाने पड़ रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि या तो इस प्रैक्टिकल परीक्षा को ही दोबारा लिया जाए या फिर उनके बच्चों को रोल नंबर ना मिलने की सूरत में परीक्षा देने की अनुमति दी जाए।