आवाज ए हिमाचल
20 जनवरी। रेलवे ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के मौके पर बड़ा एलान किया है। हावड़ा-कालका मेल का नाम अब नेताजी एक्सप्रेस होगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। रेल मंत्री ने अपने ट्विटर संदेश में लिखा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के प्राकट्य ने भारत को स्वतंत्रता और विकास के एक्सप्रेस मार्ग पर आगे बढ़ाया था। मैं उनकी जयंती के मौके पर नेताजी एक्सप्रेस की शुरुआत के साथ बेहद रोमांचित हूं।बता दें कि 80 साल पहले जिस ट्रेन से नेताजी सुभाष चंद्र बोस गुम हुए थे, उस ट्रेन का नाम अब रेलवे ने नेताजी एक्सप्रेस कर दिया है। हावड़ा कालका मेल अब नेताजी एक्सप्रेस बनकर चलेगी। मंगलवार को रेलवे बोर्ड के डिप्टी डायरेक्टर कोचिंग राजेश कुमार ने इससे जुड़ा आदेश जारी दिया। हावड़ा कालका मेल भारतीय रेल की सबसे पुरानी ट्रेनों में से एक है।
एक जनवरी 1866 को कालका मेल पहली बार चली थी। उस वक्त इस ट्रेन का नाम 63 अप हावड़ा पेशावर एक्सप्रेस था। 18 जनवरी 1941 को फिरंगियों को चकमा देकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस इसी ट्रेन पर धनबाद जिले के गोमो जंक्शन से सवार होकर निकले थे। नेताजी की यादों से जुड़ी होने के कारण ही रेलवे ने कालका मेल का नामकरण नेताजी एक्सप्रेस के रूप में किया है।इससे पहले तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने 23 जनवरी 2009 को धनबाद जिले के गोमो जंक्शन का नामकरण नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन गोमो किया था। हावड़ा कालका मेल अभी स्पेशल ट्रेन बनकर चल रही है। इस ट्रेन के नियमित बनकर चलने के साथ ही इसके नाम में बदलाव प्रभावी होगा।