आवाज़ ए हिमाचल
23 दिसम्बर। वंदे भारत ट्रेन सेट बनाने में शामिल चीन की कंपनी को करारा झटका लगा है। रेलवे ने चीनी संयुक्त उद्यम सीआरआरसी-पायनियर इलेक्ट्रिक (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड को अयोग्य घोषित कर दिया है। इस टेंडर की कीमत लगभग 1,800 करोड़ रुपये है।अब केवल दो घरेलू कंपनियां भेल और मेधा सर्वो ड्राइव्स की बोलियां मान्य हैं। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि मेधा को पहले ऐसी दो ट्रेन सेट के निर्माण का ठेका मिला था, क्योंकि उसने सबसे कम बोली लगाई थी।
इस टेंडर को लेकर केवल तीन कंपनियों ने बोली लगाई थी, जिसमें बीजिंग स्थित सीआरआरसी लिमिटेड और भारत के पायनियर का संयुक्त उपक्रम था जिसका हरियाणा में प्लांट है। मेधा, भेल और सीआरआरसी-पायनियर इलेक्ट्रिक इंडिया केवन इन तीनों कंपनियों ने ही इस परियोजना में अपनी बोलियां लगाई थीं। इसके तहत 44 सेमी हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन सेट का निर्माण शामिल था। रेलवे को निविदाओं का मूल्यांकन करने और अंतिम फैसला लेने में लगभग चार सप्ताह लगे। रेलवे ने वंदे भारत रेलगाड़ियों के निर्माण को लेकर इस साल की शुरुआत में टेंडर आमंत्रित किए थे। इसी दौरान लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर तनाव एक प्रमुख मुद्दा बन गया। इसके बाद निविदा रद्द कर दी गई। साथ ही मंत्रालय ने कहा कि यह निर्णय तकनीकी आधार पर लिया गया था।