आवाज़ ए हिमाचल
लुधियाना। नशे की दलदल में फंसे एक पिता व भाई ने अपनी लत को पूरा करने के लिए नाबालिग को जिस्मफिरोशी के लिए बेच डाला। इस बात का पता चलते ही नाबालिग की बड़ी बहन ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची थाना डिवीजन नंबर 7 पुलिस ने नाबालिग के पिता, भाई तथा खरीदार को गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ केस दर्ज करके बुधवार अदालत में पेश किया गया। जहां से रिमांड हासिल करके कड़ी पूछताछ की जा रही है।
एएसआइ रंधीर सिंह ने बताया कि आरोपितों की पहचान गांव ताजपुर निवासी रोशन मसीह, उसका बेटा सनी कुमार तथा जमालपुर की सरपंच कालोनी के गणपति चौक निवासी मन बहादर के रूप में हुई। पुलिस ने गांव ताजपुर निवासी एलिस की शिकायत पर उनके खिलाफ केस दर्ज किया।
अपने बयान में उसने बताया कि सोमवार उसे पता चला कि उसके पिता व भाई ने उसकी 14 वर्षीय छोटी बहन को आरक्रेस्ट्रा चलाने वाले मन बहादर के हाथ बेच दिया है। उसने दोनों के साथ तीन साल का एक एग्रीमेंट किया है। इसके तहत वह उन्हें 10 हजार रुपये महीना तथा 500 रुपये एक प्रोग्राम के दिया करेगा। आरोपित ने एडवांस में दोनों को 10 हजार रुपये दे दिए हैं। उसे यह भी पता चला है कि आरोपित दिखावे के लिए एग्रीमेंट पर आरक्रेस्ट्रा का काम लिखते हैं। वो नाबालिग युवतियों को बिहार ले जाकर बेच डालते हैं। जहां उनसे देह व्यापार कराया जाता है।
रणधीर सिंह ने कहा कि पूछताछ में पता चला है कि बहादर बिहार में रहने वाले करण यादव नाम के व्यक्ति के लिए किशोरियों को यहां से ले जाकर वहां बेच दिया करता है। एफआइआर में उसे भी नामजद किया जा रहा है। जल्दी ही पुलिस की एक टीम को वहां भेज कर उसे गिरफ्तार किया जाएगा।