नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने के विरोध में कांग्रेस ने रविवार को देशभर में प्रदर्शन किया। दिल्ली पुलिस ने राजघाट पर प्रदर्शन करने की इजाजतन नहीं दी, तो गांधी दर्शन स्मारक के बाहर कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। सत्याग्रह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल और जगदीश टाइटलर समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता शामिल थे। इस दौरान प्रियंका गांधी ने सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अहंकारी, तानाशाह जब जवाब नहीं दे पाते, तो पूरी सत्ता को लेकर जनता को दबाने की कोशिश करता हैं। प्रियंका ने यह भी कहा कि हमारे परिवार ने अपने खून से इस देश के लोकतंत्र को पोषित किया।
उन्होंने कहा कि वे (भाजपा) सोचते हैं कि वे हमें डराकर और अपमानित करके हमें चुप करा सकते हैं? सुनो, हम नहीं रुकेंगे। उन्होंने आगे कहा कि जनता की गाढ़ी कमाई को लूटकर कुछ लोगों को दी जा रही है। आपने कभी सोचा है ये पूरी सरकार एक आदमी को बचाने की इतनी कोशिश क्यों कर रही है? इस अडानी में है क्या कि आप इसे देश की सारी संपत्ति दे रहे हैं। ये अडानी है कौन कि इनका नाम सुनते ही आप बौखला जाते हैं?
प्रियंका ने परिवारवाद के मुद्दे पर भाजपा को घेरते हुए कहा कि आप हमें परिवारवादी कहते हैं तो भगवान राम कौन थे? क्या वे परिवारवादी थे? क्या पांडव परिवारवादी थे? और हमें क्या शर्म आनी चाहिए कि हमारे परिवार के सदस्य इस देश के लिए शहीद हुए? उन्होंने आगे कहा कि यह मेरा परिवार (नेहरू-गांधी) था, जिसने अपने खून से इस देश के लोकतंत्र का पोषण किया। भाजपा पर आरोप लगाते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि उन्होंने कई बार मेरे परिवार का अपमान किया, लेकिन हम चुप रहे। इसके लिए उन्हें जेल नहीं भेजा गया न ही उन्हें सालों तक चुनाव लडऩे से रोका गया।
प्रियंका गांधी ने कहा कि मेरे शहीद पिता का अपमान संसद में किया जाता है। शहीद के बेटे का अपमान किया जाता है उन्हें मीर जाफर कहा जाता है। मेरी मां का अपमान किया जाता है। आपके मंत्री कहते हैं कि इनके पिता कौन हैं? आपके प्रधानमंत्री गांधी परिवार के लिए कहते हैं कि ये नेहरू उपनाम का इस्तेमाल क्यों नहीं करते? आप पर तो कोई केस नहीं होता, आपकी सदस्यता रद्द नहीं होती।