राहत :चंबा में आज से 53 रूटों पर चलेंगी HRTC की बसें

Spread the love

आवाज़ ए हिमाचल

विपुल महेंद्रू, चंबा

14 जून।चंबा में पिछले 35 दिन से बस अड्डों व डिपो में खड़ी बसें सोमवार आज से फिर से सड़कों पर दौड़ेंगी। हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) चंबा ने चार लांग, चंबा-शिमला सुपर फास्ट, चंबा-चितपूर्णी, इंदौरा-चंबा-इंदौर व भंजराडू-टांडा सहित कुल 53 रूटों पर बस सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है। इन रूटों पर चलने वाले बसों के लिए निगम प्रबंधन ने चालकों-परिचालकों की ड्यूटी लगा दी है। साथ ही रूट पर उतारने से पहले बसों की तकनीकी खराबी जांचने के साथ सभी बसों को सैनिटाइज किया गया है। उधर बस सेवा शुरू होने पर कार्यालय सहित विभिन्न तरह के कार्य को जाने वाले कर्मचारियों के अलावा जरूरी कार्य के लिए निकल रहे लोगों को भी सुविधा मिलेगी।

इन रूटों पर चलेंगी बसें

चंबा-शिमला सुपर फास्ट, भंजराडू टांडा, चंबा-चितपूर्णी, भरमौर-चंबा-इंदौरा लांग रूटों के अलावा बैरागढ़, धरौल, लंगेरा, चुवाड़ी, कारी, सनवाल, नयाग्रां होली, सनवाल, होली, बिहाली, हिमगिरि सदरूनी, लंगेरा, भरमौर हरछू, झुमार, सिहुंता, भुनाड़, भराड़ी खजियार, सेरी उटीप, कलौता, झौंड़ा गरझिडु, खवाली, कैथली लड्डान, बेजल बतोट, जोत, विहाली, चंबा रठियार चंडी, भंजराडू, अथेड़, लग्गा, चलूंज, सिढ़कुंड, कैला, सिल्लाघ्राट, कोलका भरियां, बगोड़ी, भाला, कलौता, घरमानी, कुरैण, धुलाड़ा, खोलर कुन्ना, खजियार, बनोटा, पनेला, टिकरी मसरूंड, डलहौजी, शक्तिदेहरा, सेरी उटीप, झुमार व लिल्ह को मिला कर कुल 49 लोकल रूटों पर बस सेवा शुरू की है।

50 फीसद क्षमता से चलेंगी बसें

सरकार द्वारा जारी आदेश के तहत 50 फीसद क्षमता के साथ सभी बसों को चलाया जाएगा। रूट पर जाने से पहले सभी बसों को सैनिटाइज किया गया है। निगम प्रबंधन ने बसों में बैठने वाली सवारियों को मास्क सही ढंग से पहनना होगा, साथ ही कोरोना नियमों का भी सख्ती से पालन करने की हिदायत दी गई है ताकि आप और आपका परिवार सुरक्षित रह सकें।
क्षेत्रीय प्रबंधक एचआरटीसी चंबा आरएस जम्वाल ने बताया कि
चंबा-शिमला सुपर फास्ट सहित कुल चार लांग रूटों के अलावा 49 लोकल रूटों पर निगम प्रबंधन ने बस सेवा शुरू की है। ये सभी बसें 50 फीसद क्षमता से चलेंगी। डिमांड व सवारियां बढ़ने पर अन्य रूट भी शुरू किए जाएंगे। सवारियों से अपील है कि कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करते हुए सफर करें ताकि संक्रमण का खतरा पैदा न हो सके।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *