सीनियर सेकेंडरी स्कूल घरोह में एनएसएस का 7 दिवसीय शिविर…
आवाज़ ए हिमाचल
तरसेम जरियाल, धर्मशाला। सीनियर सेकेंडरी स्कूल घरोह में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के सात दिवसीय शिविर चल रहा हैं। स्कूल प्रिंसिपल निशा डोगरा ने बताया कि इस प्रकार के शिविरों से बच्चों में व्यक्तित्व का विकास होता है। प्रोग्राम ऑफिसर प्रवीन ठाकुर व सीमा कुमारी ने स्वयं सेवकों को अपने उद्बोधन में कहा कि नि:स्वार्थ भाव से की गई सेवा ही सच्ची मानव सेवा है। राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य एवं उसके लाभ से विद्यार्थियों को अवगत करवा रहे हैं। प्रवीन ठाकुर ने कहा कि इसी किशोरावस्था में विद्यार्थियों के अन्दर सेवा, समर्पण और सहयोग की भावना का उदय होता है। हमें गर्व है कि हमारे इस विद्यालय से स्वयंसेवी देश सेवा में अपना योगदान दे रहे हैं। इस सात दिवसीय सेवा कैंप में छात्र व छात्राएं पूरी निष्ठा व ईमानदारी से कार्य करके समाज को एक नई दिशा देने की कोशिश कर रहे है।
कैम्प में स्वयं सेवकों के लिए लेक्चर सीरिज भी रखी गई हैं। कैम्प के तीसरे दिन आई डीवी आई बैंक प्रबन्धक जितेंद्र कुमार ने टाईम मैनेजमेंट विषय पर अपने विचार रखें, जिससे छात्र व छात्राएं भी प्रेरित हुए। उसके अगले दिन एक्ससाईज़ डिपार्टमेंट धर्मशाला के सहायक आयुक्त रविन्द्र सिंह ने बताया कि आज के दौर में जीवन मे मोबाइल के लाभ व दुप्रभाव किस तरह प्रभावित कर रहे हैं साथ में जीएसटी के बारे में जानकारी देकर स्वंय सेवियों को अवगत किया। विद्यालय के प्रांगण व ऐतिहासिक लक्ष्मीनारायण मंदिर के आस पास की झाड़ियां घास काटकर सफाई कर रहे हैं। प्रतिदिन कैंप में सात दिवसीय शिविर दिन की शुरुआत सुबह भजन कीर्तन व योगा व्यायाम करके की जा रही हैं।
स्कूल प्रिंसिपल निशा डोगरा ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) की समाज एवं राष्ट्र के निर्माण एवं विकास में अहम् भूमिका है। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को समाज एवं राष्ट्र से जोड़ना है। हम चाहते हैं कि हमारे सभी विद्यार्थी पढ़ाई के साथ-साथ राष्ट्रीय सेवा योजना से भी जुड़ें। प्रोग्राम ऑफिसर प्रवीन ठाकुर ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य हमारी युवा पीढ़ी को सामाजिक सरोकारों से जोड़ना है। किसी कार्यक्रम में चयनित होना महत्वपूर्ण है। लेकिन इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण है कि हम अपने अंदर सेवा की भावना को जागृत करें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य शिक्षा एवं स्वास्थ्य आदि के संबंध में जागरूकता फैलाना है।