आवाज ए हिमाचल
26 जनवरी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चकमोह की भूमि के एमओयू आचार संहिता खत्म होते ही हस्ताक्षरित करवाने के मामले में कार्यवाही हेतु अब देश के उच्चतम कार्यालय हरकत में आ गए हैं। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री कार्यालयों ने चकमोह से रनर अप बीडीसी प्रत्याशी वंदना कुमारी के पत्र का संज्ञान लेते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चकमोह की भूमि और भवन के उपयोग की पूर्ण आज्ञा बाबा बालक नाथ ट्रस्ट के साथ एमओयू के माध्यम से बनवाने हेतु शीघ्र कार्यवाही हेतु सचिव जनशिकायत विभाग को आदेश दिए हैं।
कार्यालय ने वंदना के पत्र संख्या पीएमओपीजी/ई/2021/0049958 और राष्ट्रपति कार्यालय ने वंदना के पत्र संख्या पीआरएसईसी/ई/2021/01857 के अंतर्गत उक्त कार्यवाही की है, जबकि इस मामले में प्रदेश सरकार प्रधान सचिव, मुख्यमंत्री कार्यालय, सचिव स्वास्थ्य विभाग, सचिव भाषा एवं संस्कृति विभाग आदि से भी पुन: पत्राचार वंदना ने आचार संहिता समाप्त होने पर किया है, ताकि ग्रामीणों की समस्या शीघ्र हल की जा सके। चुनावों के बहिष्कार और 35 प्रत्याशियों के नामांकन वापसी की मुख्य वजह बताए जा रहे।
इस मामले के कारण चकमोह में 27.25 प्रतिशत वोटिंग हुई थी और वंदना कुमारी को इसके चलते काफी नुकसान उठाना पड़ा, जबकि इस मामले में उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री से भेंट करके और प्रदेश मुख्य सचिव के माध्यम से कार्यवाही दो सप्ताह पूर्व भी की थी, लेकिन आचार संहिता के चलते प्रशासन एमओयू साईन नहीं कर पाया।आचार संहिता हटने के दूसरे दिन ही राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री कार्यालय ने पीएचसी चकमोह एमओयू हेतु की कार्यवाही करते हुए गेंद अब प्रदेश सरकार के पाले में डाल दी है। अब बाबा बालक नाथ ट्रस्ट की ओर से जिलाधीश हमीरपुर और स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुख्य चिकित्सा अधिकारी के मध्य एमओयू बनवाने की प्रक्रिया तेज हो जाएगी।