आवाज़ ए हिमाचल
18 मार्च। सांसद रामस्वरूप शर्मा की पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन हो गई।उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। रामस्वरूप शर्मा की पार्थिव देह सुबह पौने नौ बजे जोगिंद्रनगर पहुंची। सांसद की पत्नी चंपा शर्मा आंगन में बेसुध हो गईं। जोगिंद्रनगर के मछयाल स्थित श्मशानघाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। यहां मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, केबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर सहित अन्य नेताओं ने श्रद्धांजलि दी।सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी भी सांसद को श्रद्धांजलि देने पहुंची। इसके अलावा विधायक प्रकाश राणा, विनोद कुमार, जवाहर ठाकुर सहित अन्य नेता जोगेंद्रनगर पहुंचे।सांसद रामस्वरूप शर्मा के छोटे बेटे आनंद स्वरूप शर्मा ने कहा परिवार में ऐसे हालात नहीं थे कि उनके पिता रामस्वरूप शर्मा को खुदकुशी जैसा कदम उठाना पड़ता।
केंद्र सरकार उनकी मौत की न्यायिक जांच करवाए। आनंद स्वरूप शर्मा ने बताया कि पिता की मौत की सूचना सुबह करीब आठ बजे मिली। पहले तो कोई यकीन करने को तैयार नहीं था। परिवार में सब कुछ ठीक चल रहा था। उनके पिता निस्वार्थ भाव से जनता की सेवा में समर्पित थे। परिवार में उनका आना-जाना सब कुछ सामान्य था। रूटीन चेकअप के लिए वह दिल्ली के बड़े अस्पताल में जाते थे।
जोगिंद्रनगर अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डा. रोशन लाल कौंडल ने बताया कि 13 मार्च को सांसद को कोरोना वैक्सीन लगाई थी। इस दौरान अस्पताल के कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर चर्चा की थी। उनके चेहरे पर किसी भी प्रकार का तनाव नहीं था। उनकी मौत की सूचना से वह भी दंग हैं। वहीं पूर्व मंत्री गुलाब सिंह ठाकुर ने रामस्वरूप शर्मा की मौत पर सवाल उठाते हुए सरकार से इसकी न्यायिक जांच करवाने की मांग की है।