रामशहर में भारी मलबा एवं मिट्टी जमीन पर

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आवाज़ ए हिमाचल

         शांति गौतम ( बीबीएन ) 

23 सितंबर । बद्दी बरोटीवाला हरिपुर सहित पहाड़ी क्षेत्र रामशहर  में मध्य रात्रि करीब 3 बजे से हो रही भारी लागतार भारी बारिश से क्षेत्रवासियों का जनजीवन थम सा गया है। इस बारिश के चलते रामशहर से 14 किलोमीटर की दूरी पर प्रातः 7 बजे से नियर सिलनू पुल के पास भारी मलबा एवं मिट्टी आ जाने के कारण इस मार्ग पर  रोजाना चलने वाले वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा वही उपमंडल जाने वाले कर्मचारियों  कॉलेज विद्यार्थियों आईटीआई छात्रों को काफी दिकते झेलनी पड़ कुछ पैदल चलने पर भी मजबूर और निदारीत समय से कुछ लेट पहुंचे। जब इस बाबत सहायक अभियंता नालागढ़ राजकुमार शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उक्त मार्ग नालागढ़ से 5 किलोमीटर दूरी पर नियर सिलनु पुल के पास भारी मलबा एवम  मिट्टी आ जाने के कारण बंद पड़ा है जिसे बहाल किया जा रहा है ।

इस पॉइंट पर विभागीय जेसीबी मशीन भेज कर मार्ग को आवाज आई के लिए पूर्ण रूप से खुलवाया जा रहा है मगर भारी मिट्टी गाद आ जाने के कारण कार्य करने में काफी दिकते झेलनी पड़ रही है । इस मार्ग पर दोनों तरफ बहनों की लंबी- लंबी तारे कतारे नजर आ रही थी। उधर रामशहर उपमंडल के सहायक अभियंता रंजन गुप्ता ने बताया की हमारे अधीन पढ़ने वाले तमाम सड़क मार्ग आवाज आई के लिए पूर्ण रूप से खुले और नुकसान का आंकलन किया जा रहा है ।सहायक अभियंता नालागढ़ राजकुमार शर्मा ने बताया की करीब 11:30 बजे उक्त मार्ग को आवाज आई के लिए पूर्ण रूप से खोल दिया गया उक्त पॉइंट पर कार्य करने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। गौरतलब है  की समाचार लिखे जाने के समय भी रिमझिम बारिश का क्रम जारी और आसमान चारों  तरफ से काले बादलों से सटा पड़ा नजर आ रहा था।

रामशहर के तहसीलदार जनक राज शर्मा से संपर्क किया तो उन्होंने ने बताया की मैं अवकाश पर हूं मुझे नुकसान की कोई जानकारी नहीं, रामशहर के नायब तहसीलदार चैन  राम ने बताया की जयनगर एवम लोहारघाट में 2 किसानों की गौशाला को नुकसान की सुचना  इसमें जानी नुकसान कोई नहीं माली नुकसान हुआ है । इसके अलावा उक्त इलाका में किसानों की 60 से 70% फसल तेज हवा के कारण नष्ट हो गई बताई जा रही है इसका आंकलन करने के लिए हल्का पटवारियों को कड़े निर्देश जारी एवं तुरंत कार्यालय में रिपोर्ट प्रेषित करें । इसके अलावा हमारे पास इलाके की नुकसान की कोई सूचना नहीं है। समाचार लिखे जाने के समय भी पहाड़ी इलाका धुंध के आगोश से सटा पड़ा नजर आ रहा और मार्ग पर चलने वाले वाहन चालकों को अपनी अपनी फॉग  लाइट का इस्तेमाल करने पर बाध्य होना पड़ा।

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