आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा ( बिलासपुर )
14 दिसंबर। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सदर ब्लॉक मार्कण्ड के खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश कंवर के दिशा निर्देश में मंगलवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रानी कोटला में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया । इस जागरूकता शिविर के दौरान हैल्थ एजुकेटर विजय कुमारी तथा मस्त राम ने बताया कि राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम 7 जनवरी 2014 को शुरू किया गया यह कार्यक्रम भारत के सभी किशोरों को उनके स्वास्थ्य और सेहत के बारे में उन को जागरूक करना और जानकारी से निर्णय लेने की के योग्य बनाकर उनकी क्षमताओं को उपयोगी बनाना जिसके लिए उनकी जरूरतों की स्वास्थ्य सेवाएं सेवाओं और जानकारी को उन तक पहुंचाना। किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम को 10 से 19 वर्ष तक की आयु के किशोरों के रूप में परिभाषित किया गया है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लड़के और लड़कियों दोनों विवाहित अविवाहित, गरीब और संपन्न सभी किशोरो को शामिल किया गया है।
किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत है आज किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम किशोरों के साथ मनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत किशोरों को उनके सही दिशा निर्देशन के लिए उन्हें छ: पहलुओं जैसे पोषण, मानसिक स्वास्थ्य ,चोट एवं हिंसा ,प्रजनन स्वास्थ्य, नशातथा गैर संचारी रोगों पर विशेष जानकारी दी जाती है। इन पहलुओं को विस्तार से चर्चा करते हुए हेल्थ काउंसलर सुरक्षा बताया कि किशोरों को इस अवस्था में सही परामर्श दिया जाना अति आवश्यक है ताकि किशोर अपनी पूरी ऊर्जा को और अच्छी सेहत के साथ एक स्वस्थ और सफल नागरिक बन सकें। उन्होंने बताया कि चिकनाई और चीनी से भरपूर प्रोसेस्ड भोजन का उपयोग बढ़ रहा है और किशोर एवं वयस्क दिन-प्रतिदिन आलसी होते जा रहे हैं। किशोर- किशोरियों में अधिक वजन और मोटापा व्यस्क महिलाओं में होने वाले मोटापे से जुड़ा होता है, और यह मधुमेह, रक्तचाप शिशुओं में अधिक वजन और मोटापे के खतरों में वृद्धि करता है। शारीरिक श्रम तथा स्वस्थ जीवन शैली कि व्यक्ति को स्वस्थ और सबल बना सकते हैं।
देशभर में किशोरावस्था में प्रतिवर्ष होने वाली मोत्तो के लिए किशोरों की आपसी हिंसा, डूबना, आत्महत्या, डिप्रेशन, एचआईवी /एड्स मुख्य कारण है। इस नाजुक समय में स्वास्थ्य संबंधी परामर्श की आवश्यकता होती है। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत श्री नैना देवी जी ब्लॉक नागरिक अस्पताल घवांडल में नई दिशा केंद्र है। इस आयु वर्ग के किशोर किशोरियों में एनीमिया दूर करने के लिए आयरन की गोली सप्ताह में एक बार, मेंस्ट्रूअल हाइजीन प्रोग्राम के अंतर्गत किशोरियों को महीने में सेनेटरी नैपकिन का एक बार दिया जाना आशा वर्कर द्वारा सुनिश्चित किया जा रहा है। इस अवसर पर पेंटिंग प्रतियोगिता करवाई गई ने प्रथम दिव्या द्वितीय शिवानी व तृतीय स्थान अभय ने प्राप्त किया ।विजेताओं को पुरस्कार के रुप में नगद राशि वितरित की गई। सभी वच्चों का रक्त परीक्षण, लम्बाई ,वजन की जांच की। इस दिन स्वास्थ्य कार्यकर्ता रीता,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता नीलम कुमारी, सीमा ,आशा वर्कर रीता जयदेवी, विमला, सीता सहित 35 लोगों ने भाग लिया।