आवाज़-ए-हिमाचल
3 नवम्बर :कोरोना महामारी के बाद महंगाई की मार झेल रही जनता को त्यौहारी सीजन में राज्य सरकार ने जनता को सुनहरा तोहफा दिया है| सरकार ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन डिपो पर मिलने वाली सस्ती दालें महंगी कर दी हैं| इस कारण प्रदेश में करीब 18.50 लाख परिवार प्रभावित हुए हैं| सरकार ने नवंबर माह में राशन डिपो में मिलने वाली दालों की कीमतों में 5-5 रुपए प्रति किलो की वृद्धि की है| यही नहीं, त्योहारी मौसम में मिलने वाला चीनी का अत्तिरिक्त कोटा भी नहीं पहुंचा है|
डिपो में मिलने वाले सरसों के तेल में 9 रुपये की वृद्धि कर दी है| डिपो में मिलने वाली दालों में चने की दाल, उड़द और मूंग दाल के दाम में 5-5 रुपये की वृद्धि हुई है| नई दरों के मुताबिक राशन डिपो पर जो दाल 40 रुपये थी उसके दाम 45 रुपये हो गये हैं| जो दाल 45 रुपये थी वह अब 50 रुपये मिल रही है| डिपो में बढ़ते दामों से गरीब आदमी परेशान हो गया है और सरकार से सस्ता राशन देने की मांग की है|
लोगों का कहना है कि एक तरफ कोरोना काल में गरीब लोगों की नौकरी चली गई है, वहीं दूसरी तरफ फेस्टिवल सीजन में महंगाई ने कमर तोड़ दी है| बाजार में इन दिनों कोई भी सब्जी 50 रुपये से कम दामों पर नहीं बिक रही है. दूसरी ओर सरकार ने डिपो में मिलने वाले राशन को भी महंगा कर दिया है|
गरीब लोगों को सरकार से बड़ी उम्मीद थी कि राशन के दामों में कटौती होगी, लेकिन सरकार ने इसके उलट राशन के दाम बढ़ा दिये| उधर जिला खाद्य नियंत्रक का कहना है कि डिपो में मिलने वाले दाम में 5 रुपये की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन बीपीएल के परिवार को पुराने दाम में ही राशन मिलेगा| जबकि एपीएल परिवार को पांच रुपये ज्यादा चुकाने होंगे|