आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। हिमाचल प्रदेश सरकार ने जल शक्ति विभाग से पेयजल स्रोतों से लिए पानी के सैंपलों की एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट मांगी है। लोगों को स्वच्छ पानी मिल सके, इसके लिए जल शक्ति विभाग ने प्रदेश में जागरूकता अभियान चलाया है। सरकार ने जल शक्ति विभाग को सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों से भी पानी के सैंपल लेने के निर्देश दिए हैं। अभियान के दौरान लैब टैस्ट के माध्यम से सार्वजनिक जल वितरण प्रणाली के तहत पानी के 13,670 के नमूनों की जांच की जाएगी। डिलीवरी प्वाइंट के तहत 9,037 गांवों में भी प्रत्येक गांव के 2 घरों से पानी के नमूने जांचे जाएंगे। इसके अलावा फील्ड टेस्ट किट के माध्यम से 12,975 स्कूलों एवं 13,327 आंगनबाड़ी केंद्रों से भी पानी के नमूनों की जांच की जाएगी। स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत कुल 27,340 सार्वजनिक जल वितरण क्षेत्रों को कवर किया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा जल गुणवत्ता एवं इसके संरक्षण के प्रति जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य ग्राम पंचायत एवं ग्राम स्तर पर ग्राम जल स्वच्छता समितियों, स्वयं सहायता समूहों, गैर सरकारी संगठनों और विभागीय कर्मचारियों के माध्यम से जल गुणवत्ता एवं जल संरक्षण के प्रति आम जनता को जागरूक करना है। उधर, जल शक्ति विभाग के इंजीनियर इन चीफ संजीव कौल ने कहा कि दो तीन दिन के भीतर पहली रिपोर्ट आएगी। लोगों को स्वच्छ पानी मिले। इसके चलते पानी के सैंपल लिए जा रहे हैं। फील्ड में तैनात अधिकारियों को टैंकों की सफाई करने को कहा गया है।